पटना: महागठबंधन में वामपंथी दलों की एंट्री अब लगभग तय हो गई है. सीटों को लेकर दूसरे दौर में सीपीआई और सीपीआई(एम) ने राष्ट्रीय जनता दल से बातचीत की. प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के साथ दोनों दलों ने पार्टी कार्यालय पहुंच बातचीत करते हुए कहा कि हम एकजुट हैं. सभी मिलकर इस बार के चुनाव में एनडीए को धूल चटा देंगे. हालांकि, वामपंथी दल कितने सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. इसे लेकर किसी ने भी पत्ते नहीं खोले हैं.
सूत्रों के मुताबिक करीब 20 सीटें वामपंथी दलों के हिस्से में जा सकती हैं. सीपीआई के राज्य सचिव रामनरेश पांडे ने कहा कि राजद के साथ हमारा गठबंधन अब तय है. उन्होंने दूसरे दौर की वार्ता को सकारात्मक बताते हुए कहा कि हम बातचीत से पूरी तरह संतुष्ट हैं और जो कुछ भी हमने कहना था वह हमने कह दिया है. अपनी डिमांड भी रख दी है. सीपीआई नेता ने कहा कि यहां सीटों का मामला मायने नहीं रखता. हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे, यह महत्वपूर्ण है.
एनडीए को हराना ही एजेंडा- सीपीआई(एम)
वहीं सीपीआई(एम) के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि एनडीए को हम मिलकर हराएंगे, यह हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण एजेंडा है. यही वजह है कि हम एक साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीटों को लेकर भी बातचीत हुई है लेकिन यह उतना महत्वपूर्ण नहीं है, जितना हम सबका एक साथ आना है.
आरजेडी की प्रतिक्रिया
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि दूसरे दौर की वार्ता बहुत सकारात्मक रही है. सभी वामपंथी दलों के साथ राजद कांग्रेस और अन्य पार्टियां महागठबंधन का हिस्सा होंगी और हम मिलकर चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे. सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रीय जनता दल और वामपंथी दल मिलकर करीब 160 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि कांग्रेस और रालोसपा के साथ वीआईपी बाकी बची 83 सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं.