पटना: देश में कोरोना वायरस का खतरा एक बार फिर बढ़ने लगा है. बिहार विधानसभा का सत्र चल रहा है और सत्र के दौरान तमाम विधायकों को मास्क पहनकर अंदर आने की हिदायत दी गई है. लेकिन विधायक, मंत्री, उपमुख्यमंत्री सभी बिना मास्क के ही सदन के परिसर में भ्रमण करते देखे जा सकते हैं.
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नेताओं ने बनाए अजीबो-गरीब बहाने
बिहार विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. बजट सत्र के दौरान कोरोना के खतरे से बचने के लिए तमाम तरह की हिदायतें दी गई हैं. नेताओं को सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के बारे में बताया गया है. सदन के अंदर प्रवेश करने से पहले सबको मास्क पहनना जरूरी है. लेकिन नेताजी पूरी तरह लापरवाह हैं. विधायक-मंत्री सभी बिना मास्क के ही सदन के परिसर में देखे जा सकते हैं.
विधानसभा परिसर में ईटीवी भारत संवाददाता ने जब विधायकों से मास्क को लेकर सवाल पूछा तो, जितने नेता उतने तरह के जवाब मिले. कुछ नेताओं ने कहा कि सांस लेने में दिक्कत हो रही है, तो कुछ नेताओं को नींद आ रही थी.
अमित शाह जी से भी पूछ लीजिए..
राजद विधायक बागी कुमार वर्मा से जब ईटीवी भारत की टीम ने पूछा कि अपने मास्क नहीं पहना तो, उन्होंने कहा कि बयान देने के लिए मास्क मैंने नहीं पहना है. बाद में पहन लेंगे. दूसरे विधायक चेतन आनंद से जब पूछा गया कि आपने मास्क क्यों नहीं पहना तो, उनका कहना था कि कभी अमित शाह जी से भी पूछ लीजिए.
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खतरे से पूरी तरह लापरवाह
जदयू के गोपालपुर विधायक गोपाल मंडल खुद को फाइटर विधायक बताते हैं. लेकिन मास्क नहीं पहनने के सवाल पर उनकी बोलती बंद हो जाती है. विधायक ने कहा कि नींद आ रही थी और मुंह धोने के लिए हमने मास्क हटाया था अब पहन लेंगे. विधायक ही नहीं सरकार के मंत्री भी खतरे से पूरी तरह लापरवाह हैं. भीड़ में रहने के बावजूद विधायक और मंत्री मास्क पहनना मुनासिब नहीं समझते. जाहिर तौर पर लापरवाही खतरे को आमंत्रित कर रही है.