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Bageshwar Baba: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 5 दिनों तक करेंगे हनुमंत कथा, तरेत पाली मठ में 24 घंटे लंगर का आयोजन

राजधानी पटना के नौबतपुर में बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के आने को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. वो नौबतपुर तरेत पाली मठ परिसर में 5 दिनों तक हनुमंत कथा और प्रवचन करेंगे. इस दौरान 24 घंटे लंगर का इंतजाम किया गया है. आगे पढ़ें पूरी खबर...

तरेत पाली मठ में लंगर
तरेत पाली मठ में लंगर
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Published : May 13, 2023, 12:36 PM IST

तरेत पाली मठ में लंगर

पटना: बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पटना पहुंच गए हैं. धीरेंद्र शास्त्री नौबतपुर तरेत पाली मठ परिसर में 5 दिनों तक हनुमंत कथा और प्रवचन करेंगे. कथा वाचन आज 13 मई शाम 4:00 बजे से शुरु होगा जो 17 मई तक चलेगा. धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने के लिए भक्त बिहार के अलग-अलग जिलों और देश के विभिन्न राज्यों से पहुंच रहे हैं. लाखों श्रद्धालु कल देर शाम से ही पहुंच चुके हैं. श्रद्धालुओं के लिए मंदिर प्रांगण के बाहर 24 घंटे तक लंगर की व्यवस्था की गई है जिसका जायजा ईटीवी भारत की टीम ने लिया. लंगर में 200 कारीगर के साथ 20 चूल्हे एक साथ जल रहे है, जिसमें गैस चूल्हा और कोयला चूल्हा शामिल है.

पढ़ें-Bageshwar Baba : बाबा बागेश्वर धाम कार्यक्रम की तैयारी पूरी, दानापुर SDM ने दिए कई दिशा निर्देश

लंगर में बन रहे कई तरह के व्यंजन: श्री बागेश्वर बिहार फाउंडेशन की सदस्य जय राम शर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि सुबह 7:00 बजे से लंगर की शुरुआत हो गई है. जहां पर लाखों श्रद्धालु पहुंचकर प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं. लंगर में भोजन तैयार करने के लिए एक शिफ्ट में 200 कारीगर काम कर रहे हैं और तरह-तरह का व्यंजन तैयार किए जा रहे है .उन्होंने कहा कि आज शनिवार का दिन होने के कारण खिचड़ी खाने का विशेष महत्व है, इसलिए आज लंगर में खिचड़ी खिलाया जा रहा है. खिचड़ी में आलू, मटर और पनीर मिलाकर बनाया गया है. उन्होंने बताया कि यहां पर लंगर की व्यवस्था तो है ही साथ ही तरेत गांव और आसपास के गांव लोगों में इतनी उत्साह है कि लोग अपने घरों में भी श्रद्धालुओं को ठहरने और खाने की व्यवस्था प्रदान कर रहे है.

"आज शनिवार का दिन होने के कारण खिचड़ी खाने का विशेष महत्व है, इसलिए आज लंगर में खिचड़ी खिलाया जा रहा है. खिचड़ी में आलू, मटर और पनीर मिलाकर बनाया गया है. लंगर की व्यवस्था तो है ही साथ ही तरेत गांव और आसपास के गांव लोगों में इतनी उत्साह है कि लोग अपने घरों में भी श्रद्धालुओं को ठहरने और खाने की व्यवस्था प्रदान कर रहे है."-जय राम शर्मा, सदस्य, श्री बागेश्वर बिहार फाउंडेशन

कोई नहीं सोएगा भूखा: तरेट मठ के सुदर्शनाचार्य महाराज ने बताया कि यहां लंगर चल रहा है. सुबह 7बजे से शुरु हुआ है लाखों लोगों ने लंगर में शामिल होकर खाना खाया है. जैसे-जैसे श्रद्धालु भक्तों की भीड़ बढ़ेगी वैसे ही कारीगर और चूल्हे की भी संख्या बढ़ाई जाएगी. उन्होंने कहा कि 5 लाख हो या 7 लाख जितने श्रद्धालु आएंगे उनके स्वागत में कोई कमी नहीं होने दिया जाएगा और बिना खाए कोई भूखा नहीं सोएगा. अलग-अलग दिन अलग-अलग प्रकार के व्यंजन बनाया जाएगा. बता दें कि लंगर में जो श्रद्धालु पहुंच रहें है उन भक्तों को परेशानी ना हो जिसके लिए अलग-अलग काउंटर बनाया गया है. जहां पर कतार वध होकर महिला, पुरुष, बच्चे और बूढ़े तमाम लोगों को भोजन कराया जा रहा है. सदस्य दिन रात श्रद्धालु भक्तों के सेवा में जुटे हुए हैं.

"यहां लंगर चल रहा है. सुबह 7बजे से शुरु हुआ है लाखों लोगों ने लंगर में शामिल होकर खाना खाया है. जैसे-जैसे श्रद्धालु भक्तों की भीड़ बढ़ेगी वैसे ही कारीगर और चूल्हे की भी संख्या बढ़ाई जाएगी. 5 लाख हो या 7 लाख जितने श्रद्धालु आएंगे उनके स्वागत में कोई कमी नहीं होने दिया जाएगा और बिना खाए कोई भूखा नहीं सोएगा."-सुदर्शनाचार्य महाराज

तरेत पाली मठ में लंगर

पटना: बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पटना पहुंच गए हैं. धीरेंद्र शास्त्री नौबतपुर तरेत पाली मठ परिसर में 5 दिनों तक हनुमंत कथा और प्रवचन करेंगे. कथा वाचन आज 13 मई शाम 4:00 बजे से शुरु होगा जो 17 मई तक चलेगा. धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने के लिए भक्त बिहार के अलग-अलग जिलों और देश के विभिन्न राज्यों से पहुंच रहे हैं. लाखों श्रद्धालु कल देर शाम से ही पहुंच चुके हैं. श्रद्धालुओं के लिए मंदिर प्रांगण के बाहर 24 घंटे तक लंगर की व्यवस्था की गई है जिसका जायजा ईटीवी भारत की टीम ने लिया. लंगर में 200 कारीगर के साथ 20 चूल्हे एक साथ जल रहे है, जिसमें गैस चूल्हा और कोयला चूल्हा शामिल है.

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लंगर में बन रहे कई तरह के व्यंजन: श्री बागेश्वर बिहार फाउंडेशन की सदस्य जय राम शर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि सुबह 7:00 बजे से लंगर की शुरुआत हो गई है. जहां पर लाखों श्रद्धालु पहुंचकर प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं. लंगर में भोजन तैयार करने के लिए एक शिफ्ट में 200 कारीगर काम कर रहे हैं और तरह-तरह का व्यंजन तैयार किए जा रहे है .उन्होंने कहा कि आज शनिवार का दिन होने के कारण खिचड़ी खाने का विशेष महत्व है, इसलिए आज लंगर में खिचड़ी खिलाया जा रहा है. खिचड़ी में आलू, मटर और पनीर मिलाकर बनाया गया है. उन्होंने बताया कि यहां पर लंगर की व्यवस्था तो है ही साथ ही तरेत गांव और आसपास के गांव लोगों में इतनी उत्साह है कि लोग अपने घरों में भी श्रद्धालुओं को ठहरने और खाने की व्यवस्था प्रदान कर रहे है.

"आज शनिवार का दिन होने के कारण खिचड़ी खाने का विशेष महत्व है, इसलिए आज लंगर में खिचड़ी खिलाया जा रहा है. खिचड़ी में आलू, मटर और पनीर मिलाकर बनाया गया है. लंगर की व्यवस्था तो है ही साथ ही तरेत गांव और आसपास के गांव लोगों में इतनी उत्साह है कि लोग अपने घरों में भी श्रद्धालुओं को ठहरने और खाने की व्यवस्था प्रदान कर रहे है."-जय राम शर्मा, सदस्य, श्री बागेश्वर बिहार फाउंडेशन

कोई नहीं सोएगा भूखा: तरेट मठ के सुदर्शनाचार्य महाराज ने बताया कि यहां लंगर चल रहा है. सुबह 7बजे से शुरु हुआ है लाखों लोगों ने लंगर में शामिल होकर खाना खाया है. जैसे-जैसे श्रद्धालु भक्तों की भीड़ बढ़ेगी वैसे ही कारीगर और चूल्हे की भी संख्या बढ़ाई जाएगी. उन्होंने कहा कि 5 लाख हो या 7 लाख जितने श्रद्धालु आएंगे उनके स्वागत में कोई कमी नहीं होने दिया जाएगा और बिना खाए कोई भूखा नहीं सोएगा. अलग-अलग दिन अलग-अलग प्रकार के व्यंजन बनाया जाएगा. बता दें कि लंगर में जो श्रद्धालु पहुंच रहें है उन भक्तों को परेशानी ना हो जिसके लिए अलग-अलग काउंटर बनाया गया है. जहां पर कतार वध होकर महिला, पुरुष, बच्चे और बूढ़े तमाम लोगों को भोजन कराया जा रहा है. सदस्य दिन रात श्रद्धालु भक्तों के सेवा में जुटे हुए हैं.

"यहां लंगर चल रहा है. सुबह 7बजे से शुरु हुआ है लाखों लोगों ने लंगर में शामिल होकर खाना खाया है. जैसे-जैसे श्रद्धालु भक्तों की भीड़ बढ़ेगी वैसे ही कारीगर और चूल्हे की भी संख्या बढ़ाई जाएगी. 5 लाख हो या 7 लाख जितने श्रद्धालु आएंगे उनके स्वागत में कोई कमी नहीं होने दिया जाएगा और बिना खाए कोई भूखा नहीं सोएगा."-सुदर्शनाचार्य महाराज

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