पटना: मसौढ़ी के दिनकर नगर में 15 महादलित परिवारों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ पड़ी है. अब उन सभी महादलित परिवारों का अपना ठिकाना होगा. साल 2016 में सरकार ने मसौढ़ी के दिनकर नगर महादलित बस्ती के 15 महादलितों को 3 डिसमिल जमीन का बासगीत पर्चा दे दिया था, लेकिन उस जमीन पर दखल दहानी नहीं होने से सभी अपना आशियाना नहीं बना पा रहे थे.
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15 महादलित परिवार को मिला ठिकाना: मसौढ़ी की विधायक रेखा देवी की पहल पर दिनकर नगर में 15 महादलित परिवारों को जमीन आवंटित किया गया. दरअसल 2016 से सभी महादलित परिवारों को बासगीत पर्चा दिया गया था लेकिन वे दखल दहानी नहीं होने से इधर-उधर झोपड़ी और तंबू बनाकर रह रहे थे. महादलितों द्वारा लंबे समय से जमीन पर कब्जा दिलाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था.
जमीन नापी कर 3 डिसमिल जमीन आवंटित: ऐसे में लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शन और मसौढ़ी की विधायक रेखा देवी की पहल पर अंचल प्रशासन हरकत में आया और उन सभी बासगीत पर्चा धारियों को जमीन नापी कर 3 डिसमिल जमीन आवंटन की गई. अपना आशियाना मिल जाने से महादलित परिवारों के बीच खुशी का माहौल है. अब उनके पास अपनी जमीन पर अपना आशियाना होगा.
विधायक रेखा देवी को लोगों ने दिया शुक्रिया: लंबे इंतजार के बाद अपनी जमीन मिलने पर लोगों ने विधायक रेखा देवी को धन्यवाद दिया. विधायक रेखा देवी ने बताया कि पिछले कई सालों से "इन सभी महादलित परिवार को बासगीत पर्चा तो मिल चुका था लेकिन दखल कब्जा नहीं होने से लोग इधर-उधर झोपड़ी बनाकर रह रहे थे. ऐसे में उन सभी 15 महादलित परिवारों को जगह आवंटित कर दी गई है."
मसौढ़ी के अंचलाधिकारी का बयान: वहीं इस बाबत मसौढ़ी के अंचलाधिकारी मृत्युंजय कुमार का कहना है कि "कुछ तकनीकी कारणों से बासगीत पर्चा धारियों को दखल कब्जा नहीं दिलाया जा सका था, लेकिन अब सभी अंचल के कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि जहां-जहां बासगीत पर्चा धारियों को पर्चा मिला है, उन्हें उनकी जमीन को अलॉट किया जाए. दिनकर नगर में 15 महादलित को जमीन को चिन्हित कर आवंटन किया जा रहा है."