पटना: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने सोमवार को पार्टी के 25 वें स्थापना दिवस के मौके पर केंद्र और बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा. लंबे अंतरात के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आरजेडी का भविष्य उज्जवल है. इस दौरान उन्होंने अपने खराब स्वास्थ्य पर भी बात की.
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'तेजस्वी-राबड़ी ने मुझे बचाया'
लालू यादव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी तबीयत में तेजी से सुधार हो रहा है. उन्होंने कहा तेजस्वी और हमारी पत्नी राबड़ी नहीं होतीं तो हम रांची में ही मर जाते. वो हमें जल्दी-जल्दी उठाकर दिल्ली लाए. एम्स में हमारा इलाज चल रहा है. खाने-पीने में परहेज करना है. पानी भी कम पीना है. हम बिहार आएंगे. आप धैर्य रखें. धैर्यू टूटने मत दीजिए.
'मेरा बेटा तेजस्वी और पत्नी राबड़ी देवी नहीं होतीं तो मैं रांची में ही खत्म हो जाता. मुझे एम्स में भर्ती कराया गया. डॉक्टर राकेश यादव हमारा इलाज कर रहे हैं. "- लालू प्रसाद यादव, सुप्रीमो, आरजेडी
सभी जिलों में जाएंगे हम
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए लालू ने कहा कि आरजेडी का भविष्य उज्ज्वल है. आपलोग अपने जोश को कम होने मत दीजिएगा. मेरी भी तबीयत तेजी से ठीक हो रही है. हम बहुत जल्द पटना आएंगे और फिर बिहार के हर जिले में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे.
आरजेडी की रजत जयंती
इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल के 25वें स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह का अध्यक्ष लालू प्रसाद ने दीप प्रज्वलित कर औपचारिक शुरूआत की. इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी और मीसा भारती भी उनके साथ दिल्ली से उपस्थित रहे. लंबे अरसे बाद पार्टी प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
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1997 में आरजेडी का गठन
आपको बताएं कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने 5 जुलाई 1997 को जनता दल से अलग होकर राष्ट्रीय जनता दल का गठन किया था. इन 25 सालों में पार्टी ने कई उतार-चढ़ाव देखें है. स्थापना के करीब 8 साल सत्ता में रही, उसके बाद से लगातार विपक्ष में ही है. हालांकि इस बीच में साल 2015 से 2017 में नीतीश कुमार की अगुवाई में साझा सरकार चलाने का अवसर जरूर मिला. वहीं मनमोहन सिंह की सरकार में 2004-2009 के दौरान लालू यादव समेत कई सांसद केंद्रीय मंत्री भी थे.
बिहार की सबसे बड़ी पार्टी
हालिया बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी 75 सीट लाकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है. हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का खाता भी नहीं खुला था. वहीं राज्यसभा में आरजेडी के 6 सदस्य और विधान परिषद में भी 6 सदस्य हैं. इसके अलावे झारखंड विधानसभा में एक विधायक हैं, जो कि वहां की हेमंत सरकार में मंत्री भी हैं.