पटना: मकर संक्रांति के दिन दही चूड़ा का खासा महत्व होता है. लेकिन बिहार की राजनीति में भी इसका महत्वपूर्ण रोल रहा है. लालू और नीतीश की दही चूड़ा तो पूरे देश में चर्चा का विषय बन जाती है. लेकिन इस बार नजारा थोड़ा अलग दिखा. राष्ट्रीय जनता दल और जदयू के रिश्तों में खटास की बात पिछले कई दिनों से चल रही थी. मकर संक्रांति के अवसर पर नेता गिले शिकवे दूर करने की कोशिश करते हैं. लालू आवास पर आयोजित मकर संक्रांति भोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी हिस्सा लेने पहुंचे.
लालू आवास में महज 10 मिनट रुके नीतीश: हर बार नीतीश कुमार आधे घंटे-45 मिनट तक लालू आवास पर रहते थे. इस दौरान दोनों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत के साथ ही हंसी मजाक का माहौल देखने को मिलता था. लेकिन इस बार नीतीश कुमार पैदल चलकर दूसरे दरवाजे से लाल आवास में दाखिल हुए और महज 10 मिनट के बाद ही नीतीश कुमार बाहर निकल गए.
नीतीश के साथ उनके कई नेता भी रहे मौजूद: नीतीश कुमार के साथ सांसद ललन सिंह बिहार सरकार के मंत्री संजय झा और विजय चौधरी मौजूद थे. इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव भी लालू प्रसाद यादव आवास पहुंचे थे.
लालू ने नीतीश को नहीं लगाया दही का तिलक : लालू प्रसाद यादव हर साल नीतीश कुमार को विजयी भव: का आशीर्वाद देते थे और दही का तिलक लगाते थे. लेकिन इस बार नीतीश कुमार के ललाट पर तिलक नहीं दिखा. नेताओं ने मीडिया से भी दूरी बनाए रखी. साफ है कि दोनों दलों के बीच सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है.