पटना: 2024 चुनाव के लिए विपक्षी एकता (Opposition Unity For 2024 Election) के मकसद से आज आरजेडी चीफ लालू यादव (RJD Chief Lalu Yadav) और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) से मिलेंगे. मुलाकात के दौरान ये नेता विपक्षी दलों को एक साथ लाने पर चर्चा कर सकते हैं. लालू जहां शनिवार को ही दिल्ली आ चुके हैं, वहीं नीतीश आज दिल्ली पहुंचेंगे.
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बिहार के बाद 2024 में देश से भी साफ हो जाएंगे: शनिवार को आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पटना से दिल्ली आ रहे थे, तब उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था कि 'बिहार में बीजेपी की सरकार हटा दी गयी है. 2024 में देश से भी उसका सफाया हो जाएगा'. उन्होंने कहा कि हम विपक्षी एकता की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं. सोनिया गांधी के साथ बैठक का यही एजेंडा है.
राहुल से मिल चुके हैं नीतीश: वैसे बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद इसी महीने सीएम नीतीश कुमार ने अपने दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी. 2 तुगलक लेन स्थित राहुल गांधी के आवास पर दोनों नेताओं की बैठक हुई. वर्तमान राजनीतिक हालात और विपक्षी एकजुटता पर दोनों नेताओं में बातचीत हुई. बता दें कि तब सोनिया गांधी अपनी मां के निधन के कारण देश से बाहर थीं.
हरियाणा में विपक्ष का महाजुटान: बीजेपी की घेराबंदी को लेकर विपक्ष ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. इस तैयारी का सबसे बड़ा गवाह हरियाणा का फतेहाबाद बनने जा रहा है. जहां 25 सितंबर यानी रविवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 129वीं जयंती पर विपक्ष की मेगा बैठक होने जा रही है. राजनीति के जानकारों की मानें तो इस रैली का आयोजन वैसे तो इंडियन नेशनल लोकदल की तरफ से किया जा रहा है लेकिन इसमें एनसीपी चीफ शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar), बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम की कनिमोझी समेत विपक्षी दलों के कई नेताओं के शामिल होने की भी खबर है.
लालू और नीतीश मंच पर एक साथ आएंगे नजर: एक मंच पर इतने सारे विपक्षी नेताओं और अपने-अपने राज्यों के सभी दिग्गजों की एक मंच पर उपस्थिति का एक मुख्य उद्देश्य गैर बीजेपी ताकतों के बीच एकता के प्रयासों को गति देना है. जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, राजस्थान में बीजेपी की सहयोगी रही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता और एमपी हनुमान बेनीवाल को भी इस रैली में शामिल होने के लिए न्योता दिया गया है. जबकि हरियाणा के पूर्व मंत्री विनोद शर्मा भी इसमें शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू सहित कई अन्य बड़े क्षेत्रीय नेताओं को इस जनसभा में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है.
रैली में तेजस्वी भी हो सकते हैं शामिल: दरअसल बिहार में आरजेडीके साथ सरकार बनाने के बाद से ही नीतीश कुमार कांग्रेस समेत गैर बीजेपी दलों के बीच एकता की आवश्यकता पर लगातार जोर दे रहे हैं. बीजेपी से अपना नाता तोड़ने के बाद से वह राहुल गांधी, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल के साथ ही कई अन्य प्रमुख नेताओं के साथ मुलाकात करने के लिए दिल्ली का दौरा कर चुके हैं. इस रैली की बिहार के नजरिए से खास बात एक यह भी होगी कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी इसमें शामिल हो सकते हैं.
"सोनिया गांधी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुलाकात का एक ही मकसद है विपक्षी एकजुटता. विपक्ष को कैसे एक मंच पर लाकर मोदी सरकार को हटाया जाए. नीतीश कुमार के साथ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी सोनिया गांधी से मिलेंगे"- अरविंद निषाद, प्रवक्ता, जेडीयू
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