रांची/पटना: राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को रिम्स निदेशक के बंगले से रिम्स के पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है. लालू यादव 23 दिसंबर 2017 से रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल में हैं और खराब स्वास्थ्य के कारण रिम्स में इलाज करवा रहे हैं. लालू यादव को शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट, किडनी प्रॉब्लम के साथ करीब एक दर्जन बीमारियों ने चपेट में ले रखा है. इन दिनों रिम्स में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है. लिहाजा लालू यादव को रिम्स निदेशक के आवास केली बंगले में रखा गया था.
कथित ऑडियो वायरल होने पर हंगामा
बीते दिनों बिहार सरकार को गिराने से संबंधित कथित ऑडियो वायरल होने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया. जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है. इस मामले में बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और मौजूदा मंत्री मुकेश सहनी ने लालू पर आरोप लगाया है कि वे विधायकों को फोन कर के बिहार की एनडीए सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं. सुशील कुमार मोदी ने एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने एक ऑडियो जारी किया था. इस ट्वीट में सुशील मोदी ने दावा किया था कि लालू प्रसाद यादव ने विधायक को स्पीकर के चुनाव से पीछे हटने का प्रलोभन दिया और उनका समर्थन करने को कहा.
हाई कोर्ट में दाखिल किया गया था पीआईएल
कथित तौर पर फोन कर सरकार गिराने की साजिश के मामले ने तूल पकड़ा और इस पर रांची हाईकोर्ट में एक पीआईएल भी दाखिल की गई है. दूसरी तरफ डीसी ने जेल प्रशासन से इस मामले में जवाब भी मांगा है. डीसी ने बिरसा मुंडा कारा के जेल अधीक्षक को पत्र भेज कर पूछा है कि जेल मैनुअल पालन का क्यों नहीं हो रहा है.
शुक्रवार को जमानत पर होनी है सुनवाई
चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे राजद सुप्रीमो लालू यादव की जमानत याचिका पर 27 नवंबर को सुनवाई होनी है. शुक्रवार को दुमका कोषागार से अवैध निकासी से जुड़े मामले में सुनवाई होनी है. लालू प्रसाद को चारा घोटाले के 4 मामलों में से 3 में जमानत मिल चुकी है. उनको दुमका कोषागार से 3.13 करोड़ रुपए की अवैध निकासी के मामले में जमानत मिल जाती है, तो उनके जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो जाएगा.