पटना: ज्ञान भवन में नीतीश कुमार की जीवनी पर आधारित पुस्तक का विमोचन लालू यादव ने अपने हाथों से किया. इस दौरान लालू ने नीतीश की तारीफ करके हुए कहा कि नीतीश कुमार बिल्कुल साधारण घर से निकले हुए नेता हैं. इनके पिता आश्रम वैध थे.
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नीतीश की जीवनी पर आधारित पुस्तक का विमोचन: लालू ने राजनीति से जुड़ी पुरानी यादों को भी साझा किया और कहा कि जननायक कर्पूरों जी के निधन के बाद विपक्षी नेता का पद ख़ाली था. लेकिन नीतीश कुमार के योगदान के कारण वह मेरे पक्ष में खड़े रहे और मैं विरोधी दल का नेता बना. बिहार में चर्चा है कि एमपी और विधायक तोड़ा जा रहा है.
"उदय कांत बहुत विद्वान और धार्मिक व्यक्ति हैं. किताब सबको पढ़नी चाहिए नीतीश कुमार के जीवनी पर यह किताब लिखी गई है. उनके जीवन में कितना उतार-चढ़ाव हुआ है और कितने संघर्ष से यहां तक पहुंचे हैं, यह तमाम चीज किताब में लिखी हुई है."- लालू यादव, आरजेडी सुप्रीमो
लालू की लोगों से किताब पढ़ने की अपील: लालू ने आगे कहा कि किताब मोटी है, जिसको पढ़ने में समय लगेगा. मैं कम पढ़ता हूं बहुत मोटी किताब है. आप लोग समय निकाल करके जरूर पढ़िए. इस दौरान लालू ने नीतीश कुमार के मित्र और पुस्तक के लेखक उदय कांत की भी तारीफ की. साथ ही नरेंद्र मोदी पर हमला किया. उन्होंने मोदी को भ्रष्टाचारी और लूटेरा तक कहते हुए चेतावनी दी कि बिहार को तोड़ने की कोशिश ना करें.
'अंतरंग दोस्तों की नजर से नीतीश': नीतीश कुमार के जीवन पर आधारित किताब को उनके मित्र उदयकांत मिश्र ने लिखा है. पुस्तक का नाम 'अंतरंग दोस्तों की नजर से नीतीश' है. पुस्तक विमोचन के मौके पर मंच पर लालू के साथ ही विजय चौधरी भी मौजूद रहे.