पटना: शनिवार को पटना के जेडी विमेंस कॉलेज में साहित्य उत्सव का आयोजन किया गया. लालजी टंडन इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल थे. बिहार के राज्यपाल के रूप में यह उनका आखिरी कार्यक्रम था. वह जब इस कार्यक्रम में थे, तभी उनके तबादले की खबरें आने लगी.
लालजी टंडन ने जेडी विमेंस कॉलेज में हो रहे साहित्य उत्सव का उद्घाटन किया और कहा कि उन्हें इस तरह के कार्यक्रम में जाना अच्छा लगता है. लालजी टंडन ने यह भी कहा कि अनुभव के आधार पर ही साहित्यिक रचनाएं समाज को बदलती हैं.
1 साल 2 महीने का रहा कार्यकाल
बता दें कि लालजी टंडन को मध्य प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है. बिहार में नए राज्यपाल के रुप में फागू चौहान की नियुक्ति हुई है. लालजी टंडन का कार्यकाल 1 साल 2 महीने से ज्यादा बिहार में रहा. इतने कम समय में ही उन्होंने शिक्षा सुधार के लिए कई कड़े कदम उठाए. जितने फर्जी बीईएड कॉलेज बिहार में थे, उनपर नकेल कसने का काम लालजी टंडन ने ही किया.
सरकार के खिलाफ जाकर किया काम
विश्वविद्यालय में समुचित शिक्षा व्यवस्था का इंतजाम भी लालजी टंडन ने किया. निश्चित तौर पर लालजी टंडन की ओर से दिए गए कई आदेशों से सरकार की किरकिरी हुई. लेकिन, लालजी टंडन शिक्षा सुधार के लिए बिहार में कार्य करते रहें. उनके समय में कई विश्वविद्यालयों के कुलपति और प्राचार्य भी बदले गए.