पटनाः तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा की 2 सीटों पर हो रहे उपचुनाव (By Election) में रोजगार जैसे मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं. तेजस्वी यादव के रोजगार का मुद्दा उठाने पर ललन सिंह शनिवार को भड़क गए. ललन सिंह ने कहा कि 9वीं पास को पता है रोजगार कैसे मिलता है.
इसे भी पढ़ें- तेज प्रताप के पत्र पर तेजस्वी ने साधी चुप्पी, बोले- किस मुंह से उपचुनाव में नीतीश कुमार मांगेंगे वोट
'नीतीश कुमार ने 16 साल के शासन में बीपीएससी हो, अवर चयन सेवा परिषद हो, सिपाही की बहाली हो, दरोगा की बहाली में रिकॉर्ड कायम किया है. लेकिन अपना इतिहास भी देख लें. उनके माता-पिता के शासन में कितने को रोजगार मिला.' -ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू
बिहार विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने रोजगार को बड़ा मुद्दा बनाया था. उसका लाभ भी उन्हें मिला. रोजगार के मुद्दे के कारण तेजस्वी यादव सरकार बनाने के नजदीक भी पहुंच गए थे. विधानसभा चुनाव में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. जदयू को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था. केवल 43 सीट पर जदयू सिमट गई थी. अब उपचुनाव में भी तेजस्वी यादव रोजगार का मुद्दा उठाकर जदयू की मुश्किल खड़ी करना चाहते हैं. इसीलिए ललन सिंह तेजस्वी के रोजगार के मुद्दे पर भड़क जाते हैं.
बता दें कि कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा सीट पर 30 अक्टूबर को वोटिंग कराई जाएगी. इसको लेकर राजद और जदयू दोनों पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. जदयू अपनी साख बचाने को लेकर चुनाव प्रचार में पूरी ताकत लगा रही है. वहीं तेजस्वी ने इसे अन्य चुनावों के जितना ही अहम माना है. समीकरण कहते हैं कि अगर दोनों सीटों पर राजद की जीत होती है तो बिहार में 'खेला' हो सकता है.
जानकारी दें कि राजद के सहयोगी दल कांग्रेस ने भी दोनों जगहों से अपने प्रत्याशी खड़े कर दिए हैं. वहीं लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने तारापुर में राजद और कुशेश्वरस्थान में कांग्रेस का साथ देने का ऐलान कर दिया है. जबकि एनडीए जदयू के साथ ही है. इसको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि जदयू अभी से ही बढ़त हासिल कर चुकी है.
इसे भी पढ़ें- मनोज झा का बड़ा दावा- '..बस चंद दिनों की मेहमान है नीतीश सरकार, उपचुनाव होगा ताबूत में आखिरी कील'