पटनाः सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि अब देखना पड़ेगा कि कोर्ट का फैसला क्या है. अभी हमारे पास फैसले की कॉपी नहीं आई है. लेकिन सरकार शुरू से शिक्षकों के हित में ही निर्णय लेती रही है. सरकार के पास जितनी आर्थिक क्षमता है, उस हिसाब से शिक्षकों को सम्मानजनक वेतन दे रही है. शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा से हमारे संवाददाता अविनाश ने exclusive बातचीत की.
शिक्षक नहीं होंगे नाराज- शिक्षा मंत्री
कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया है, उससे शिक्षक नाराज नहीं होंगे क्योंकि शिक्षक समझदार हैं. सारी स्थितियों को समझते हैं कि यही सरकार आगे उनके हित में पहल भी करेगी. कृष्ण नंदन वर्मा ने यह भी कहा कि विपक्ष के बहकावे में शिक्षक नहीं आएंगे यह तय है. बिहार सरकार यह नहीं मानती है कि इससे शिक्षकों की नाराजगी सरकार को झेलनी पड़ेगी.
शिक्षकों के हित में सोचेगी सरकार
शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिक्षकों के हित में ही लगातार सोचते रहे हैं और आज जो उन्हें सम्मानजनक वेतन मिल रहा है वह नीतीश कुमार की पहल के कारण ही संभव हुआ है. आगे भी सरकार शिक्षकों के हित में फैसला लेगी. शिक्षकों को विपक्ष के जरिए दिए जा रहे आश्वासन पर शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा कि नियोजित शिक्षक विपक्ष के किसी बहकावे में नहीं आएंगे, क्योंकि वे सरकार में नहीं होने के कारण कुछ करने की स्थिति में नहीं हैं.
'एनडीए को नहीं होगा नुकसान'
कृष्ण नंदन वर्मा ने यह भी कहा कि लोकसभा का चुनाव चल रहा है, आचार संहिता लगी हुई है और सुप्रीम कोर्ट का फैसला क्या है? वह भी पूरी तरह पता नहीं चला है. फैसले को पूरा पढ़ने और चुनाव के बाद सरकार जरूर आगे शिक्षकों के हित में निर्णय लेगी. कृष्ण नंदन वर्मा का दावा है कि चुनाव में किसी तरह का नुकसान एनडीए को नहीं होगा.
शिक्षकों को लगा बड़ा झटका
मालूम हो कि नियोजित शिक्षकों के 'समान काम के बदले, समान वेतन' को लेकर बिहार सरकार सुप्रीम कोर्ट गई थी, क्योंकि पटना हाईकोर्ट ने शिक्षकों के हक में फैसला दिया था. आज सुप्रीम कोर्ट में नियोजित शिक्षकों को झटका लगा है. ऐन चुनाव के समय कोर्ट का यह फैसला एनडीए के लिए भारी पड़ सकता है.