पटना: जल संसाधन विभाग के अनुसार कोसी, गंडक, बागमती नदियों का जलस्तर अभी भी खतरे के लाल निशान से ऊपर है. वहीं, उत्तर बिहार की कई अन्य नदियों का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर है.
21 सितंबर को इस प्रकार रहा नदियों का जलस्तर
- गंगा नदी का जलस्तर साहेबगंज में खतरे के निशान से अब 53 सेंटीमीटर नीचे है. वहीं, कहलगांव में खतरे के निशान से 97 सेंटीमीटर नीचे है और फरक्का में खतरे के निशान से 82 सेंटीमीटर नीचे है.
- पुनपुन नदी का जलस्तर श्रीपालपुर में खतरे के निशान से नीचे है.
- घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में खतरे के निशान से नीचे है.
- गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 26 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, रेवा घाट में खतरे के निशान से नीचे है.
- बूढ़ी गंडक का जलस्तर रोसड़ा में खतरे के निशान से नीचे है, समस्तीपुर में भी खतरे के निशान से नीचे है और खगड़िया में भी खतरे के निशान से नीचे है.
- बागमती नदी का जलस्तर ढेंग ब्रिज में खतरे के निशान पर है. जबकि, रुन्नीसैदपुर में खतरे के निशान से 103 सेंटीमीटर ऊपर है और बेनीबाद में 62 सेंटीमीटर ऊपर है.
- अधवारा समूह नदी का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान 18 सेंटीमीटर ऊपर है.
- कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर नीचे है, झंझारपुर में भी खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर नीचे है.
- कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 112 सेंटीमीटर ऊपर है, कुर्सेला में भी खतरे के निशान से 66 सेंटीमीटर नीचे है.
- महानंदा नदी का जलस्तर ढेंगरा घाट में खतरे के निशान से 32 सेंटीमीटर नीचे है.
- परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से 54 सेंटीमीटर ऊपर है.
गंगा का जलस्तर
जगह का नाम | खतरे का निशान | वर्तमान स्थिति(मीटर में) |
बक्सर | 60.32 | 53.78 |
दीघाघाट | 50.45 | 47.37 |
गांधी घाट | 48.60 | 46.79 |
हाथीदह | 41.76 | 40.12 |
मुंगेर | 39.33 | 36.43 |
भागलपुर | 33.68 | 31.57 |
कहलगांव | 31.09 | 30.12 |
साहेबगंज | 27.25 | 26.72 |
फरक्का | 22.25 | 21.43 |
नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश से बढ़ा बिहार में नदियों का जलस्तर
नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में हुई बारिश के कारण गंडक, कोसी, महानंदा और अररिया के प्रमाण नदियों का जलस्तर बड़ा है और उसके कारण इन इलाकों में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. वहीं, दूसरी ओर गंगा नदी का जलस्तर लगातार घट रहा है और अब कहीं भी खतरे के निशान से ऊपर नहीं है.