पटना: हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म उसके बाद उसकी निर्मम हत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. देश के विभिन्न हिस्सों से लोग इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, मामले में पटना की छात्राओं का कहना है कि अगर घर में ही लड़कों को प्रारंभिक नैतिक शिक्षा दी जाए तो ऐसी घटनाओं में अच्छा परिणाम देखने को मिलेगा.
'लड़कियों को ऑब्जेक्ट की तरह ना देखें'
गौरतलब है कि संवेदनशील विषय पर हमारे संवाददाता कृष्णनंदन ने विभिन्न छात्राओं और महिलाओं से बात किया. आइये जानते हैं उनकी राय. पटना विश्वविद्यालय की छात्रा योशिता पटवर्धन ने कहा कि दुष्कर्म की घटनाएं सामने आने पर सबसे पहले लड़कियों को दोष दिया जाता है. परिवार की जिम्मेदारी है कि लड़कों को यह समझाया जाना चाहिए कि लड़कियों को ऑब्जेक्ट की तरह ना देखें. इसी विषय पर मगध महिला कॉलेज की छात्रा आयशा ने बताया कि घर में बच्चों की मॉनिटरिंग होनी चाहिए.
'परिवार की भूमिका सबसे अहम'
मगध महिला कॉलेज की एक और छात्रा प्रिया ने बताया कि परिवार में नैतिक ज्ञान नहीं दिया जा रहा है. वहीं, मगध महिला कॉलेज की प्रिंसिपल शशि शर्मा ने कहा कि समाज में जिस प्रकार दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं. उससे साफ तौर पर समझ सकते हैं कि परिवार कहीं ना कहीं बच्चों में नैतिक मूल्य और मानवीय मूल्य देने में कमी रख रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर समाज को साफ-सुथरा और लड़कियों के रहने लायक बनाना है तो परिवारों को अपनी भूमिका समझनी पड़ेगी.