पटना: आरजेडी ने राज्यसभा के दो प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है. एक चेहरा प्रेमचंद्र गुप्ता तो पहले से चिर-परिचित है, लेकिन दूसरे नाम के ऐलान ने राजनीति में खलबली मचा दी है. दूसरा नाम अमरेंद्र धारी सिंह का है. ये ना तो राजनीति का जाना-माना चेहरा हैं और ना ही कभी किसी ने राजनीतिक महकमे में उनका नाम सुना था.
राज्यसभा चुनाव के लिए अमरेंद्र धारी सिंह का नाम सभी के लिए चौंकाने वाला है. इस नाम को राजद के कई नेता भी नहीं जानते हैं. जगदानंद सिंह ने राजद कार्यालय पटना में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में अमरेंद्रधारी सिंह का नाम लेते हुए उनके बारे में बताया कि वो समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं और सामाजिक कार्यकर्ता हैं, साथ ही राजद से जुड़े हुए हैं.
अविवाहित हैं अमरेंद्र धारी सिंह
अमरेंद्र धारी सिंह पटना जिले के विक्रम के रहने वाले हैं और अहमद पटेल के काफी करीबी माने जाते हैं. वो एक बड़े व्यवसायी और जमींदार है. पाटलिपुत्र कॉलोनी में उनका बड़ा आलीशान घर है. पटना के पालीगंज के अंइखन गांव में एक हजार बीघा जमीन के मालिक हैं. 55 साल के अमरेंद्रधारी सिंह ने अबतक शादी नहीं की है. उनका रियल एस्टेट समेत 13 देशों में फर्टिलाइजर और केमिकल के इंपोर्ट का व्यवसाय है.
दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में भी घर
इसके साथ ही अमरेंद्र धारी सिंह दिल्ली के गोल्फ क्लब के भी सदस्य हैं. इस क्लब में बिहार के सिर्फ तीन सदस्य हैं-किंग महेंद्र, रविशंकर प्रसाद और अमरेंद्रधारी सिंह. शपथ पत्र में अमरेंद्र धारी सिंह ने अपना पता दिल्ली के डी285 डिफेंस कॉलोनी में बताया है. अमरेंद्र धारी सिंह ने पटना के सेंट माइकल स्कूल से पढ़ाई की है. बताया गया है कि वे दिल्ली में गरीबों के लिए 200 बेड का अस्पताल बनवा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक वे लालू यादव के पुराने जानने वाले हैं.
भूमिहार जाति से आते हैं अमरेंद्र धारी सिंह
बताया जा रहा है कि अमरेंद्र धारी के नाम का ऐलान कर लालू यादव ने एक तीर से दो शिकार किया है. पहला पार्टी से बिदक गये अगड़े वोटर्स को साधने की कोशिश की है और दूसरा कांग्रेस से अगड़ी जाति की राजनीति करने का तमगा छीनने की कोशिश की है. गौरतलब है कि ब्राह्मण जाति से आने वाले मनोज झा पहले से ही राजयसभा के सदस्य हैं. राजपूत समुदाय से आने वाले जगदानंद सिंह आरजेडी के प्रदेश अध्य्क्ष हैं और अमेरेंद्र धारी सिंह भूमिहार समुदाय से आते हैं.