पटना : शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक एक्शन में है. नवनियुक्त शिक्षकों के विद्यालय आवंटन में हुई गड़बड़ी के बाद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने तल्ख तेवर अपनाया है. तल्ख तेवर अपनाते हुए उन्होंने तीन जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी और डीपीओ (स्थापना) से 4 घंटे में स्पष्टीकरण की मांग की है. उचित जवाब नहीं होने पर सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
केके पाठक ने मांगा स्पष्टीकरण : केके पाठक ने जिम्मेदार अधिकारियों से चार घंटे में स्पष्टीकरण मांगा है. अगर स्पष्टीकरण नहीं देते हैं तो उपलब्ध तथ्यों के आधार पर आगे कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा. शिक्षा विभाग के निदेशक प्रशासन ने समस्तीपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी मदन राय, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना नरेंद्र कुमार सिंह. सारण के जिला शिक्षा पदाधिकारी कौशल किशोर, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी दिलीप कुमार सिंह. सिवान के जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अवधेश कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया है.
यह आदेश का उल्लंघन है : केके पाठक के आदेश से निदेशक प्रशासन ने पूछा है कि मुख्यालय स्तर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक में यह तथ्य सामने आया कि आपके जिला में विद्यालय आवंटन में शिक्षकों का युक्ति संगत एकीकरण नहीं किया गया है. मुख्यालय स्तर पर शिक्षकों के पदस्थापन के अंतिम चरण में किए गए सत्यापन के क्रम में भी वास्तविक स्थिति स्पष्ट नहीं की गई. जिसके कारण एक ही विद्यालय में अधिक शिक्षकों का पदस्थापन हो गया है.
4 घंटे में मांगा स्पष्टीकरण : यह गंभीर लापरवाही है और आदेश का उल्लंघन है. ऐसे में आप सभी को निर्देश दिया जाता है कि इन आरोपों के संबंध में 4 घंटे में अपना स्पष्टीकरण समर्पित करें कि क्यों ना आपके खिलाफ निंदन की सजा दी जाए. यदि 4 घंटे में स्पष्टीकरण नहीं मिलता है तो उपलब्ध तथ्यों के आधार पर निर्णय लिया जाएगा.
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