पटना: बिहार में किसान आंदोलन को तेज करने के लिए भाकपा माले ने पूरे बिहार में मार्च निकाला और किसान यात्रा की शुरुआत की है. भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने बताया कि तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ देश में चल रहे देशव्यापी आंदोलन के खिलाफ भाजपा का अनर्गल प्रचार लगातार जारी है. किसानों को बदनाम करने की कोशिश की जा रही. लेकिन इसका कोई लाभ उन्हें मिलने वाला नहीं है.
तीनों कृषि कानून को रद्द करने, एमएसपी को कानूनी दर्जा देने, छोटे बटाईदार किसानों को प्रधानमंत्री किसान योजना का लाभ प्रदान करने. सहित विभिन्न मांगों को लेकर आगामी 18 मार्च को पटना में विधानसभा मार्च निकाला जाएगा. वहीं, दीपांकर भट्टाचार्य ने बताया कि 15 मार्च को निजीकरण के खिलाफ मजदूर किसान एकता दिवस मनाया जाएगा. बिहार में सभी जिलों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
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'आज बिहार पूरी तरह शराब माफियाओं और अपराधियों के चंगुल में है. बिहार के मंत्री रामसूरत राय के पिता के नाम पर स्थापित स्कूल में भारी मात्रा में शराब की छापेमारी हुई. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. आए दिन बिहार में लूट अपराध हत्या बढ़ती जा रही है. ऐसा लगता है कि अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिल रहा है': दीपांकर भट्टाचार्य, राष्ट्रीय महासचिव ,भाकपा माले