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बिहार में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी से हाहाकार, अब तक 48 लोगों की मौत

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Published : Jun 16, 2019, 10:26 AM IST

देश के कई इलाकों गर्मी की मार झेल रहे हैं, सूरज आग उगल रहा है और गर्म हवाएं लोगों को बीमार बना रही हैं. बिहार में तो गर्मी की वजह से 48 लोगों की मौत भी हो गई.

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पटना: बिहार में प्रचंड गर्मी से 48 लोगों की मौत हो गई. औरंगाबाद में लू से एक ही दिन में 30 लोगों की मौत हो गई. यह बिहार के किसी एक जिले में एक दिन में लू से मौत का सर्वाधिक आंकड़ा है. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सलाह दी है कि लू लगते ही जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर के पास पहुंचे.

डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि लू लगने के बाद तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. साथ ही उससे बचने के जितने भी घरेलू उपाय हैं. वह तुरंत करने चाहिए. जिससे कि ब्रेन स्ट्रोक नहीं हो. उन्होंने कहा कि शरीर के तापमान को संतुलित रखने के लिए पानी का इस्तेमाल ज्यादा करें. और अगर शरीर का तापमान ज्यादा है तो तुरंत बर्फ से सेंकाई किया जाना चाहिए.

डॉ हर्षवर्धन, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री

बता दें गया में 12 लोगों की मौत की खबर है, जबकि नवादा में लू लगने से 6 लोगों की मौत हुई है. मरने वाले सभी लोगों का इलाज गया के एएनएम मेडिकल कॉलेज में हो रहा था. इनमें से 7 गया, 2 औरंगाबाद और 1-1 शख्स चतरा, शेखपुरा और नवादा के रहने वाले थे.

क्या है मामला?
बता दें कि औरंगाबाद में शनिवार को पारा 45 डिग्री के करीब पहुंच गया. जिसके बाद लू लगने से 30 लोगों की मौत हो गई है. सदर अस्पताल के सिविल सर्जन ने बताया कि दोपहर 3 बजे से लू की चपेट में आए ये लोग अस्पताल में भर्ती हुए. कुछ को बचाया जा सका है. कई लोगों का अभी भी इलाज जारी है.

अस्पताल व्यवस्था पर भड़के सांसद, उठाए कई सवाल
वहीं, औरंगाबाद जिले में लू से 30 लोगों की मौत पर औरंगाबाद लोकसभा सांसद सुशील सिंह ने दुख जताया है. दुख जताते हुए सांसद ने राज्य सरकार से मांग की है, कि मृतक के परिजनों को आपदा राहत के तहत मुआवजा प्रदान किया जाए.

पटना: बिहार में प्रचंड गर्मी से 48 लोगों की मौत हो गई. औरंगाबाद में लू से एक ही दिन में 30 लोगों की मौत हो गई. यह बिहार के किसी एक जिले में एक दिन में लू से मौत का सर्वाधिक आंकड़ा है. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सलाह दी है कि लू लगते ही जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर के पास पहुंचे.

डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि लू लगने के बाद तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. साथ ही उससे बचने के जितने भी घरेलू उपाय हैं. वह तुरंत करने चाहिए. जिससे कि ब्रेन स्ट्रोक नहीं हो. उन्होंने कहा कि शरीर के तापमान को संतुलित रखने के लिए पानी का इस्तेमाल ज्यादा करें. और अगर शरीर का तापमान ज्यादा है तो तुरंत बर्फ से सेंकाई किया जाना चाहिए.

डॉ हर्षवर्धन, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री

बता दें गया में 12 लोगों की मौत की खबर है, जबकि नवादा में लू लगने से 6 लोगों की मौत हुई है. मरने वाले सभी लोगों का इलाज गया के एएनएम मेडिकल कॉलेज में हो रहा था. इनमें से 7 गया, 2 औरंगाबाद और 1-1 शख्स चतरा, शेखपुरा और नवादा के रहने वाले थे.

क्या है मामला?
बता दें कि औरंगाबाद में शनिवार को पारा 45 डिग्री के करीब पहुंच गया. जिसके बाद लू लगने से 30 लोगों की मौत हो गई है. सदर अस्पताल के सिविल सर्जन ने बताया कि दोपहर 3 बजे से लू की चपेट में आए ये लोग अस्पताल में भर्ती हुए. कुछ को बचाया जा सका है. कई लोगों का अभी भी इलाज जारी है.

अस्पताल व्यवस्था पर भड़के सांसद, उठाए कई सवाल
वहीं, औरंगाबाद जिले में लू से 30 लोगों की मौत पर औरंगाबाद लोकसभा सांसद सुशील सिंह ने दुख जताया है. दुख जताते हुए सांसद ने राज्य सरकार से मांग की है, कि मृतक के परिजनों को आपदा राहत के तहत मुआवजा प्रदान किया जाए.

Intro:एंकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन आज पटना एयरपोर्ट पहुंचे और यहां से सड़क मार्ग से मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हुए आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से अभी तक 80 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई है जिसको लेकर केंद्रीय चिकित्सा के टीम और बिहार सरकार के डॉक्टर की टीम वहां पर लगातार काम कर रही है मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में बच्चों के मौत का सिलसिला जारी है और इसको लेकर सरकार के तमाम दावे फेल साबित हो रहे हैं कल भी मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच में 17 बच्चों की मौत हो गई चमकी बुखार को लेकर सरकार ने जो उपाय किए थे सारे उपाय फेल हो रहे हैं आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन पटना पहुंचे हैं और वह सड़क मार्ग से मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हुए हैं रवाना होते समय उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पहले मुजफ्फरपुर जाते हैं और वहां पर देखते हैं कि क्या हालात है और क्यों ऐसे हो रहा है उसके बाद वहां से लौटने के बाद हम सब कुछ बताएंगे वैसे आपको बता दें कि डॉ हर्षवर्धन पेशे से डॉक्टर हैं और उनका दावा है कि बहुत जल्द हम चमकी बुखार पर नियंत्रण पा लेंगे


Body:बिहार में चमकी बुखार से हुए बच्चे की मौत पर उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि संघ इस घटना से काफी मर्म आहत हैं और हम उपाय में लगे हुए हैं उन्होंने कहा कि लू लगने से जिस तरह से बिहार में लोगों की मौत हुई है निश्चित तौर पर दुखदाई है डॉक्टर होने के चलते लोगों को सलाह देते हैं कि जब ही शरीर का टेंपरेचर ज्यादा बड़े तो सबसे पहले उस टेंपरेचर को कम करने की कोशिश कीजिए हो सके तो बर्फ का इस्तेमाल करें पानी लगातार शरीर पर डालते रहें जिससे कि टेंपरेचर बॉडी का कम हो सके उन्होंने कहा कि टेंपरेचर ही ब्रेन स्ट्रोक का कारण बनता है और यह घटना या तो कम उम्र के बच्चे के साथ होती है या तो बुजुर्ग लोगों के साथ होती है तो सबसे पहले उन लोगों को गर्मी से बचना चाहिए घर से बाहर कम निकलना चाहिए


Conclusion:डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि लू लगने के बाद तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए साथ ही उससे बचने के जितने भी घरेलू उपाय हैं वह तुरंत करनी चाहिए जिससे कि ब्रेन स्ट्रोक नहीं हो साथी आपको बता दें कि डॉ हर्षवर्धन आज मुजफ्फरपुर से पटना लौटने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से भी बातचीत करेंगे यहां पर भी एक घंटा तक समीक्षा बैठक करेंगे और आवश्यक निर्देश देंगे उन्होंने दावा किया कि जल्द ही चमकी बुखार पर कंट्रोल कर लेंगे केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर उसके उपाय ढूंढ रहे हैं निश्चित तौर पर हम दुखी हैं कि इस बीमारी से 80 से ज्यादा बच्चे की मौत हो गई है लेकिन हम पीछे हटने वाले नहीं हैं हम निश्चित तौर पर इस बीमारी को ठीक कर ही दम लेंगे
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