पटना: बिहार में प्रचंड गर्मी से 48 लोगों की मौत हो गई. औरंगाबाद में लू से एक ही दिन में 30 लोगों की मौत हो गई. यह बिहार के किसी एक जिले में एक दिन में लू से मौत का सर्वाधिक आंकड़ा है. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सलाह दी है कि लू लगते ही जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर के पास पहुंचे.
डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि लू लगने के बाद तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. साथ ही उससे बचने के जितने भी घरेलू उपाय हैं. वह तुरंत करने चाहिए. जिससे कि ब्रेन स्ट्रोक नहीं हो. उन्होंने कहा कि शरीर के तापमान को संतुलित रखने के लिए पानी का इस्तेमाल ज्यादा करें. और अगर शरीर का तापमान ज्यादा है तो तुरंत बर्फ से सेंकाई किया जाना चाहिए.
बता दें गया में 12 लोगों की मौत की खबर है, जबकि नवादा में लू लगने से 6 लोगों की मौत हुई है. मरने वाले सभी लोगों का इलाज गया के एएनएम मेडिकल कॉलेज में हो रहा था. इनमें से 7 गया, 2 औरंगाबाद और 1-1 शख्स चतरा, शेखपुरा और नवादा के रहने वाले थे.
क्या है मामला?
बता दें कि औरंगाबाद में शनिवार को पारा 45 डिग्री के करीब पहुंच गया. जिसके बाद लू लगने से 30 लोगों की मौत हो गई है. सदर अस्पताल के सिविल सर्जन ने बताया कि दोपहर 3 बजे से लू की चपेट में आए ये लोग अस्पताल में भर्ती हुए. कुछ को बचाया जा सका है. कई लोगों का अभी भी इलाज जारी है.
अस्पताल व्यवस्था पर भड़के सांसद, उठाए कई सवाल
वहीं, औरंगाबाद जिले में लू से 30 लोगों की मौत पर औरंगाबाद लोकसभा सांसद सुशील सिंह ने दुख जताया है. दुख जताते हुए सांसद ने राज्य सरकार से मांग की है, कि मृतक के परिजनों को आपदा राहत के तहत मुआवजा प्रदान किया जाए.