पटना: राज्य सरकार की तरफ से 2019 का मौलाना अबुल कलाम आजाद पुरस्कार गणित प्राध्यापक डॉ. केसी सिन्हा और स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में असाधारण काम करने वाले प्रेम वर्मा को संयुक्त रूप से दिया जायेगा. राज्य सरकार की तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति ने शुक्रवार को पुरस्कार के लिए घोषणा की.
बता दें कि यह पुरस्कार शिक्षा दिवस पर दिया जाएगा. शिक्षा दिवस के अवसर पर नीतीश कुमार यह पुरस्कार देंगे. डॉ. केसी सिन्हा पटना सायंस कॉलेज के प्राचार्य हैं. उन्होंने बीज गणित की कई किताबें लिखी हैं. महाराष्ट्र के अवकाश प्राप्त आयकर आयुक्त प्रेम वर्मा ने बिहार और झारखंड में स्किल फाउंडेशन के जरिए हजारों बच्चों को नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया है.
केसी सिन्हा ने लिखी गणित की 66 किताबें
डॉ. केसी सिन्हा ने कक्षा एक से 12 तक और प्रतियोगिता परीक्षाओं पर गणित की कुल 66 किताबें लिखी हैं. सीबीएसई, बिहार और उत्तर प्रदेश बोर्ड के लिए लिखी गई किताबें देश भर में गणित के विद्यार्थियों के बीच पसंद की जाती हैं. डॉ. सिन्हा ने बताया कि पुरस्कार मिलने से मेरी जिम्मेदारी और बढ़ गयी है. मैं गणित को विषय के रूप में और प्रतिष्ठा दिलाने का प्रयास करूंगा. बिहार के बच्चे मेहनती हैं. बस उन्हें मार्गदर्शन की जरूरत है. अगर हमारी जरूरत बिहार के किसी भी जिले या कस्बे में होगी तो मैं घूम-घूम कर छात्रों के प्रतिभा को नई ऊंचाई देने का काम करुंगा.
प्रेम वर्मा ने बच्चों को किया ट्रेंड
पटना के मूल निवासी और केमिकल इंजीनियरिंग से स्नातक प्रेम वर्मा 2007 में मुंबई से मुख्य आयकर आयुक्त के पद से रिटायर्ड हुए थे. इसके बाद वे पटना आ गये. यहां इन्होंने 2007 में ही कमजोर वर्ग के बच्चों को कौशल विकास की नि:शुल्क ट्रेनिंग देने के लिए फाउंडेशन की स्थापना की. खासतौर पर अंग्रेजी और कंप्यूटर कोर्स में प्रशिक्षण दिया. फाउंडेशन के जरिए करीब 10 हजार से अधिक को ट्रेनिंग दे चुके हैं.