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अनुच्छेद 370 के हटने से कश्मीरी बहन खुश, अब भाई को राखी बांधने बिहार से जाएगी कश्मीर

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Published : Aug 11, 2019, 8:15 PM IST

Updated : Aug 12, 2019, 3:59 PM IST

यह पूरी कहानी बोरिंग रोड निवासी सतीश गुप्ता के घर की है. जिन्होंने जम्मू-कश्मीर की मीनाक्षी नाम की लड़की से लव मैरेज की थी. धारा 370 हटते ही मीनाक्षी को नागरिकता मिल गई. वह अब कश्मीर जा रही हैं.

डिजाइन इमेजबिहारी में ब्याही कश्मीरी मीनाक्षी की तस्वीर

पटना: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटते ही कुछ घरों में ऐसी रौनक आई कि मानो कोई जंग जीत ली हो. खासतौर पर उनके चेहरे खिल उठे जो कश्मीर से शादी करके बिहार आ गए थे, लेकिन पिछले कानून की वजह से वह कभी कश्मीर नहीं जा सके. अब वह खुश हैं क्योंकि अब बिहार के साथ-साथ कश्मीर भी उसका है.

यहां की है पूरी कहानी
यह पूरी कहानी बोरिंग रोड निवासी सतीश गुप्ता के घर की है. जिन्होंने जम्मू-कश्मीर की मीनाक्षी से लव मैरेज की थी. सतीश गुप्ता आरा के रहने वाले हैं, लेकिन अब वह पटना में रहते हैं, और अपना कारोबार करते हैं. सतीश तो मीनाक्षी को लेकर पटना आ गए, घर बसा लिया बाल-बच्चे भी हो गये, लेकिन मीनाक्षी के मन में एक कसक रह गई कि उनका कश्मीर छूट गया.

पटना से ईटीवी भारत के लिए अमित वर्मा की रिपोर्ट

कश्मीरी मीनाक्षी की प्रेम कहानी
मीनाक्षी कहती हैं कि उसका घर घाटी के अनंतनाग जिले के चोगाम में है. 17 साल पहले वह पढ़ाई के लिए कश्मीर से जम्मू आई थी. इसी दौरान उसकी मुलाकात सतीश गुप्ता से हुई. सतीश माता वैष्णो देवी के भक्त हैं. वह हर साल मां के दर्शन के लिए जाते हैं. सतीश और मीनाक्षी ने पहली मुलाकात में ही एक-दूसरे को पसंद कर लिया. दोनों परिवारों की रजामंदी से सतीश और मीनाक्षी की शादी हो गई, लेकिन मीनाक्षी की नागरिकता चली गई. क्योंकि पिछले अनुच्छेद 370 के मुताबिक कश्मीर की लड़की यदि भारत के किसी अन्य राज्य में शादी कर ले तो उसकी कश्मीरी नागरिकता खत्म हो जाती थी.

सतीश गुप्ता, उनकी पत्नी मीनाक्षी और बच्चे

अब बहुत खुश है मीनाक्षी
यही वजह है कि मीनाक्षी को यह बात अखड़ती रही कि उसके अपने पराये हो गये. उसकी धरती अजनबी हो गई. वह भी सिर्फ पुराने अनुच्छेद 370 के चलते. मीनाक्षी कहती है कि अब वह बेहद खुश है कि उसकी नागरिकता वापस मिल रही है, क्योंकि अब कश्मीर में भी सिर्फ भारतीय की नागरिकता ही होगी. कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद दोनों परिवारों की जिंदगी पूरी तरह बदल गई है. अब मीनाक्षी रक्षाबंधन पर अपने इकलौते भाई दीपेश को राखी बांधने के लिए कश्मीर जाने की तैयारी कर रही है.

मीनाक्षी से ईटीवी भारत की खास बातचीत

370 के कारण प्रताड़ित थी घाटी की लड़कियां
ईटीवी भारत से खास बातचीत में मीनाक्षी ने बताया कि
अनुच्छेद 370 के कारण कैसे पूरे जम्मू-कश्मीर के युवा और विशेष रूप से लड़कियां प्रताड़ित थीं. उन्हें घर से निकलने की इजाजत नहीं थी, कोई रोजगार नहीं होने से आतंकवादी बहुत आसानी से युवाओं को बहला-फुसलाकर ले आते थे. अब उसे भरोसा है कि 370 हटने के बाद घाटी की हालत बदलेगी और वहां की लड़कियों की स्थिति भी बदल जाएगी.

सतीश-मीनाक्षी के बच्चों से बातचीत

नानी का घर देखने के लिए उत्साहित स्पर्श और शौर्य
मीनाक्षी और सतीश के दोनों बेटे स्पर्श और शौर्य भी जन्नत में बसे मामा और नानी का घर देखने के लिए उत्साहित हैं. बच्चे कहते हैं कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटी है. अब जम्मू-कश्मीर से मैरीकॉम और विराट कोहली भी निकलेंगे और वहां का नाम रौशन करेंगे.

सतीश गुप्ता से ईटीवी भारत की खास बातचीत

बिहार के नाम से डरते थे ससुराल वाले
वहीं सतीश गुप्ता कहते हैं कि हम दोनों के बीच प्रेम था जिसे हमने अरेंज मैरेज में बदल दिया. वह कहते हैं कि शादी से पहले मीनाक्षी के घर के लोग बिहार के नाम से डरते थे, क्योंकि बिहार में 16 साल पहले कुछ और तस्वीर थी, यहां क्राइम ज्यादा था इसलिए उनके घरवाले डर रहे थे, लेकिन कन्वेंस करने के बाद वह आखिरकार मान ही गए.

मीनाक्षी की रिश्तेदार रीता वर्मा ने क्या कहा

इनकी रिश्तेदार की खुशी का ठिकाना नहीं
मीनाक्षी की एक रिश्तेदार रीता वर्मा ने भी अपना दर्द बयां किया. वह कहती हैं कि पिछले 21 सालों से वह श्रीनगर नहीं गईं. जबकि वहां उनका अपना घर है. रीता नरेंद्र मोदी को अपना भाई मानती हैं. वह कहती हैं कि उनके भाई मोदी ने बड़ा काम कर दिया है. धारा 370 हटने के बाद अब जल्द ही कश्मीर जाएंगी. रीता इसलिए खुश हैं क्योंकि लंबे अरसे बाद वह अपने परिवार वालों से मिलेंगी.

पटना: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटते ही कुछ घरों में ऐसी रौनक आई कि मानो कोई जंग जीत ली हो. खासतौर पर उनके चेहरे खिल उठे जो कश्मीर से शादी करके बिहार आ गए थे, लेकिन पिछले कानून की वजह से वह कभी कश्मीर नहीं जा सके. अब वह खुश हैं क्योंकि अब बिहार के साथ-साथ कश्मीर भी उसका है.

यहां की है पूरी कहानी
यह पूरी कहानी बोरिंग रोड निवासी सतीश गुप्ता के घर की है. जिन्होंने जम्मू-कश्मीर की मीनाक्षी से लव मैरेज की थी. सतीश गुप्ता आरा के रहने वाले हैं, लेकिन अब वह पटना में रहते हैं, और अपना कारोबार करते हैं. सतीश तो मीनाक्षी को लेकर पटना आ गए, घर बसा लिया बाल-बच्चे भी हो गये, लेकिन मीनाक्षी के मन में एक कसक रह गई कि उनका कश्मीर छूट गया.

पटना से ईटीवी भारत के लिए अमित वर्मा की रिपोर्ट

कश्मीरी मीनाक्षी की प्रेम कहानी
मीनाक्षी कहती हैं कि उसका घर घाटी के अनंतनाग जिले के चोगाम में है. 17 साल पहले वह पढ़ाई के लिए कश्मीर से जम्मू आई थी. इसी दौरान उसकी मुलाकात सतीश गुप्ता से हुई. सतीश माता वैष्णो देवी के भक्त हैं. वह हर साल मां के दर्शन के लिए जाते हैं. सतीश और मीनाक्षी ने पहली मुलाकात में ही एक-दूसरे को पसंद कर लिया. दोनों परिवारों की रजामंदी से सतीश और मीनाक्षी की शादी हो गई, लेकिन मीनाक्षी की नागरिकता चली गई. क्योंकि पिछले अनुच्छेद 370 के मुताबिक कश्मीर की लड़की यदि भारत के किसी अन्य राज्य में शादी कर ले तो उसकी कश्मीरी नागरिकता खत्म हो जाती थी.

सतीश गुप्ता, उनकी पत्नी मीनाक्षी और बच्चे

अब बहुत खुश है मीनाक्षी
यही वजह है कि मीनाक्षी को यह बात अखड़ती रही कि उसके अपने पराये हो गये. उसकी धरती अजनबी हो गई. वह भी सिर्फ पुराने अनुच्छेद 370 के चलते. मीनाक्षी कहती है कि अब वह बेहद खुश है कि उसकी नागरिकता वापस मिल रही है, क्योंकि अब कश्मीर में भी सिर्फ भारतीय की नागरिकता ही होगी. कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद दोनों परिवारों की जिंदगी पूरी तरह बदल गई है. अब मीनाक्षी रक्षाबंधन पर अपने इकलौते भाई दीपेश को राखी बांधने के लिए कश्मीर जाने की तैयारी कर रही है.

मीनाक्षी से ईटीवी भारत की खास बातचीत

370 के कारण प्रताड़ित थी घाटी की लड़कियां
ईटीवी भारत से खास बातचीत में मीनाक्षी ने बताया कि
अनुच्छेद 370 के कारण कैसे पूरे जम्मू-कश्मीर के युवा और विशेष रूप से लड़कियां प्रताड़ित थीं. उन्हें घर से निकलने की इजाजत नहीं थी, कोई रोजगार नहीं होने से आतंकवादी बहुत आसानी से युवाओं को बहला-फुसलाकर ले आते थे. अब उसे भरोसा है कि 370 हटने के बाद घाटी की हालत बदलेगी और वहां की लड़कियों की स्थिति भी बदल जाएगी.

सतीश-मीनाक्षी के बच्चों से बातचीत

नानी का घर देखने के लिए उत्साहित स्पर्श और शौर्य
मीनाक्षी और सतीश के दोनों बेटे स्पर्श और शौर्य भी जन्नत में बसे मामा और नानी का घर देखने के लिए उत्साहित हैं. बच्चे कहते हैं कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटी है. अब जम्मू-कश्मीर से मैरीकॉम और विराट कोहली भी निकलेंगे और वहां का नाम रौशन करेंगे.

सतीश गुप्ता से ईटीवी भारत की खास बातचीत

बिहार के नाम से डरते थे ससुराल वाले
वहीं सतीश गुप्ता कहते हैं कि हम दोनों के बीच प्रेम था जिसे हमने अरेंज मैरेज में बदल दिया. वह कहते हैं कि शादी से पहले मीनाक्षी के घर के लोग बिहार के नाम से डरते थे, क्योंकि बिहार में 16 साल पहले कुछ और तस्वीर थी, यहां क्राइम ज्यादा था इसलिए उनके घरवाले डर रहे थे, लेकिन कन्वेंस करने के बाद वह आखिरकार मान ही गए.

मीनाक्षी की रिश्तेदार रीता वर्मा ने क्या कहा

इनकी रिश्तेदार की खुशी का ठिकाना नहीं
मीनाक्षी की एक रिश्तेदार रीता वर्मा ने भी अपना दर्द बयां किया. वह कहती हैं कि पिछले 21 सालों से वह श्रीनगर नहीं गईं. जबकि वहां उनका अपना घर है. रीता नरेंद्र मोदी को अपना भाई मानती हैं. वह कहती हैं कि उनके भाई मोदी ने बड़ा काम कर दिया है. धारा 370 हटने के बाद अब जल्द ही कश्मीर जाएंगी. रीता इसलिए खुश हैं क्योंकि लंबे अरसे बाद वह अपने परिवार वालों से मिलेंगी.

Intro:करीब सत्रह साल पहले जम्मू कश्मीर की मीनाक्षी के साथ प्रेम विवाह करने वाले पटना के सतीश गुप्ता अक्सर सपने देखते थे कि उनकी पत्नी को फिर से जम्मू कश्मीर की नागरिकता मिल गई। सतीश का सपना अब साकार हो गया है। धारा 370 हटने के बाद कश्मीर और बिहार कि उनकी प्रेम कहानी अब सही मायने में परिपूर्ण हो पाएगी। पटना से अमित वर्मा की एक खास रिपोर्ट


Body:पटना के बोरिंग रोड निवासी सतीश मां वैष्णो देवी के भक्त हैं। पिछले करीब 25 साल से वे लगातार हर साल वैष्णो देवी जाते हैं मां के दर्शन के लिए। करीब 18 साल पहले मां के दर्शन करने जम्मू गए सतीश की कश्मीर के चोगाम की रहने वाली मीनाक्षी से नजरें चार हो गई। मीनाक्षी कश्मीर से अपनी पढ़ाई के लिए उस दौरान जम्मू आई थी जब सतीश और मीनाक्षी की मुलाकात हुई। यह मुलाकात धीरे-धीरे परवान चढ़ी, इसके बाद दोनों परिवारों की आपसी सुलह से शादी हुई। लेकिन धारा 370 के कारण सतीश से विवाह के बाद ही मीनाक्षी की नागरिकता चली गई। इसलिए पंद्रह सोलह साल से दोनों पटना में रह रहे हैं। हमेशा मीनाक्षी को यह बात अखड़ती थी कि उनका अपना घर छूट गया। उनके परिवार वाले भी इसे लेकर निराश रहते थे।
लेकिन हाल में कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद दोनों परिवारों की जिंदगी पूरी तरह बदल गई है। अब मीनाक्षी रक्षाबंधन पर अपने एकमात्र भाई दीपेश को राखी बांधने के लिए कश्मीर जाने की तैयारी कर रही हैं। मीनाक्षी और सतीश के दोनों बेटे स्पर्श और शौर्य भी जबरदस्त उत्साहित हैं।
ईटीवी भारत से खास बातचीत में मीनाक्षी ने बताया कि धारा 370 के कारण कैसे पूरे जम्मू कश्मीर के युवा और विशेष रूप से लड़कियां प्रताड़ित थी। उन्हें घर से निकलने की इजाजत नहीं थी। कोई रोजगार नहीं होने से आतंकवादी बहुत आसानी से युवाओं को बहला-फुसलाकर ले आते थे। अब उन्हें भरोसा है कि 370 हटने के बाद घाटी की हालत बदलेगी और वहां की लड़कियों की स्थिति भी बदल जाएगी।
मीनाक्षी की रिश्तेदार रीता वर्मा ने कहा कि पिछले 21 साल से वे श्रीनगर नहीं गई हैं। जबकि वहां उनका अपना घर है। उनके भाई मोदी ने बड़ा काम कर दिया है। धारा 370 हटने के बाद अब जल्द ही कश्मीर जाएंगी और लंबे अरसे बाद अपने परिवार वालों से मिलेंगी।


Conclusion:सतीश कुमार गुप्ता व्यवसायी पटना
मीनाक्षी कश्मीर निवासी
स्पर्श, सतीश और मीनाक्षी के पुत्र

रीता वर्मा श्रीनगर निवासी
Last Updated : Aug 12, 2019, 3:59 PM IST
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