मुंगेरः बिहार के मुंगेर में पुल ध्वस्त होने का मामला सामने आया है. एक दिन में बिहार की यह दूसरी घटना है. इससे पहले बख्तियारपुर से समस्तीपुर के बीच बन रहे फोरलेन पुल का स्पैन गिर गया. इसके कुछ देर के बाद ही मुंगेर में पुल नदी में समाने की घटना सामने आयी है. बरियारपुर प्रखंड के हरिणमार पंचायत और गोगरी के बीच गंडक नदी की धार पर बने बिचली पुल पानी में समा गया है.
पानी की धार तेज होने के कारण पुल ध्वस्तः जानकारी के अनुसार बिचली पुल पर बाढ़ के पानी का बहाव तेज हो गया था. यही कारण है कि पुल ध्वस्त हो गया है. पुल के ध्वस्त होने के बाद कई पंचायतों का संपर्क खगड़िया जिले के गोगरी से भंग हो गया है. लोगों ने बताया कि गांव में ऐसे कई पुल हैं तो धव्स्त होने के कगार पर पहुंच चुका है. अगर और पुल पानी में बह जाता है तो लोगों के बीच विकट संकट की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी.
"बिचली पुल ध्वस्त हो गया है. इलाके में गंगा और गंडक का पानी फैल गया है. लोगों का आना-जाना मुश्किल हो गया है. बरियारपुर प्रखंड के कई गांवों की 80 हजार की आबादी प्रभावित हो गयी है. सड़क पर भी जलजमाव है. आम लोगों के साथ मवेशी को भी काफी परेशानी हो रही है" -गुलाबचंद सिंह, मुखिया प्रतिनिधि
अन्य पुल की स्थिति भी दयनीयः मुखिया प्रतिनिधि ने बताया कि पुल के नदी में समाने के बाद आवामगन की समस्या बढ़ गयी है. गंगा के बढ़ते जलस्तर से भयंकर बाढ़ आ गई है. ग्रामीणों की मानें तो बाढ़ की पानी में इस रास्ते में पड़ने वाले अन्य पूल की भी स्थिति काफी दयनीय हो गई है. बाढ़ का पानी उतरने के बाद ही पता चल पाएगा की अन्य पुल की स्थिति क्या है?
10 साल पहले बना था पुलः मुखिया प्रतिनिधि गुलाबचंद सिंह ने बताया कि इस पुल का निर्माण 10 साल पहले हुआ था. अब पानी उतरने के बाद ही जिला प्रशासन टीम भेजकर जांच करवा पाएगी कि पूल क्यों ध्वस्त हुआ. फिलहाल लोगों का आवामन प्रभावित हो गया है. लोग जिला प्रशासन से नाव की व्यवस्था कराने की मांग की है.
बरियारपुर पहुंचे डीएमः इधर, जिला प्रशासन बाढ़ से निपटने के लिए तैयार है. मुंगेर डीएम अवनीश कुमार सिंह ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लिया. रविवार को बरियारपुर और हेमजापुर के लोगों से मुलाकात की. डीएम ने कहा कि गंगा के जलस्तर में रविवार को कोई वृद्धि नहीं हुई. जलस्तर घटने की भी संभावना जताई जा रही है.
लोगों को किया जा रहा रेस्क्यूः डीएम ने कहा कि एसडीआरएफ की टीम विभिन्न पंचायतों में रेस्क्यू कर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने काम कर रही है. झौवा बहियार और हरिनमार पंचायत ज्यादा प्रभावित है. एसडीआरएफ की टीम द्वारा नावों के जरिए लोगों को राहत शिविर में भेजा जा रहा है. समाहरणालय और सूचना केंद्र के पास विस्थापित पशुओं को जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा सूखा चारा भी उपलब्ध कराया जा रहा है.
"बरियारपुर पेट्रोल पंप, नीरपुर, हेमजापुर, बाहाचौकी, चोरगांव आदि स्थानों पर टैंकर के माध्यम से पेयजल की भी व्यवस्था की गई है. दुर्गापुर में बने बाढ़ राहत शिविर में लोगों का चिकित्सीय सुविधा के साथ स्वास्थ जांच भी की जा रही है. हेरू दियारा और तेलियाडीह सहित अन्य स्थानों पर अस्थाई शौचालय की भी व्यवस्था की गई है." -अवनीश कुमार सिंह, डीएम, मुंगेर
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