पटना: सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के लिए जस्टिस के. विनोद चंद्रन (Justice K Vinod Chandran) के नाम की अनुशंसा की है. केंद्र सरकार की ओर से उनके नाम पर मुहर लगते ही न्यायाधीश के. विनोद चंद्रन पटना हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे. पटना हाईकोर्ट के वरीय जज चक्रधारी शरण सिंह फिलहाल एक्टिंग चीफ जस्टिस के रूप में कार्यभार संभाल रहे हैं. जस्टिस के. विनोद चंद्रन को जज के रूप में 08 नवंबर 2011 को नियुक्ति मिली थी. वह 24 अप्रैल 2025 को सेवानिवृत भी होने वाले हैं. वहीं केंद्र सरकार की ओर से ग्रीन सिग्नल मिलते ही जस्टिस के. विनोद चंद्रन को पटना हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाया जाएगा.
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सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नति: पटना उच्च न्यायालय के पूर्व चीफ जस्टिस संजय करोल का पटना हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नति कर दिया गया है. इसके बाद से ही यह पद खाली है. पिछले दिनों 13 दिसंबर 2022 को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की बैठक हुई थी. जिसमें पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल और वरीय जज ए अमानुल्लाह की सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नति की अनुशंसा की गई थी, जिस पर केंद्र सरकार ने बीते शनिवार को ही मुहर लगा दी थी. बताया जाता है कि जस्टिस संजय करोल को 11 नवंबर 2019 को पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में नियुक्त किया गया था.
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम ने पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति की सिफारिश की है. तीन सदस्यीय कॉलेजियम ने पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति के लिए केरल उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के. विनोद चंद्रन के नाम की सिफारिश की है. वहीं पटना के पूर्व मुख्य न्यायाधीश दीपक करोल और ए. अमातुल्लाह को सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नति दी गई है.