पटना: जेपी सेनानियों के हाथ में जूता पॉलिश और ब्रश देखकर लोग हैरत में पड़ गये. जेपी आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेने वाले लोगों को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह घोषणा किया था कि उनको हर सुविधा सरकार की ओर से दी जायेगी. लेकिन संघ के अध्यक्ष अवधेश कुमार सिन्हा ने कहा कि सरकार की ओर से जेपी सेनानियों को कोई सुविधा नहीं मिल रही है. सुविधा के अभाव में लोग मर रहे है, लेकिन सरकार संज्ञान नहीं ले रही है.
'जूते-चप्पल पॉलिश करने को मजबूर'
1974 जेपी आंदोलन की 45वीं वर्षगांठ के मौके पर जेपी सेनानी संघर्ष समिति की ओर से पटनासिटी के चौक शिकारपुर स्थित नाला पर जेपी सेनानियों ने जूते चप्पल पॉलिश कर सरकार के प्रति विरोध जताया. जहां जेपी सेनानियों का कहना था कि आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोग अभी जूते-चप्पल पॉलिश करने को मजबूर है.
'पॉलिश कर पाल रहे है पेट'
बिहार सरकार की पेंशन योजना भी सही मायने में जेपी सेनानियों को नहीं मिल रहा है, तो वही आर्थिक तंगी के अभाव में बीमारी का इलाज नहीं होने से कई जेपी सेनानी की मृत्यु भी हो गई है. जेपी सेनानियों ने बिहार सरकार से मांग किया है कि पेंशन योजना को सही मायने में जो हकदार है उन्हें ये दिया जाए, नहीं तो अभी जूते-चप्पल पॉलिश कर पेट पाल रहे है. समय आने पर भीख मांगने पर भी मजबूर हो जाएंगे.