पटना: हम के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Former Chief Minister Jitan Ram Manjhi) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) को जो भी बातें कहनी है, वह एनडीए (NDA) के फोरम पर रखनी चाहिए. मांझी ने कहा कि जिस तरीके से मुकेश सहनी बयान दे रहे हैं उसमें उनकी राजनीतिक अपरिपक्वता लगती है.
ये भी पढ़ें:मांझी से मुलाकात के बाद बोले सहनी- छोटे आदमी के साथ ही सर्वाइव कर सकेंगे, बड़े के पीछे कहां मारे फिरेंगे
एनडीए विधायक दल की बुलाई बैठक में मुकेश सहनी के नहीं जाने पर मांझी ने कहा कि अपनी बात मनवाने के लिए दबाव की राजनीति गलत नहीं है. लेकिन हर बात रखने का एक फोरम होता है. मांझी ने कहा कि एनडीए की बैठक में वीआईपी के विधायकों का नहीं आना यह बताता है कि सभी विधायक मुकेश साहनी के साथ हैं. मांझी के इस बयान के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है.
बता दें कि वाराणसी एयरपोर्ट पर रोके जाने और फिर वहां से कोलकाता भेज दिए जाने, उनके कार्यकर्ताओं की यूपी पुलिस के द्वारा पिटाई और फूलन देवी की मूर्तियों की स्थापना में यूपी सरकार के द्वारा रोक लगाए जाने के बाद मुकेश सहनी व्याकुल हो गए हैं. पटना लौटते ही मुकेश सहनी ने एनडीए में सम्मान नहीं मिलने का आरोप लगाया.
ये भी पढ़ें:मुकेश सहनी की पार्टी में ही बगावत, बोले विधायक- सरकार में रहकर खिलाफत सही नहीं
जिसके बाद मुकेश सहनी ने एनडीए विधायक दल की बैठक से किनारा कर लिया. आनन-फानन में सहनी ने पटना में सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई, जिसमें साफ-साफ कहा कि बिहार सरकार में हैं तो चार घटक दल लेकिन वीआईपी और हम पार्टी की चर्चा तक कहीं नहीं होती. वहीं पत्रकारों ने जब उनसे एनडीए विधायक दल की बैठक के बहिष्कार का सवाल किया तो उन्होंने कहा कि बैठक का मतलब सबकी बातों को सुनना होता है.