पटना: पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आवास पर शुक्रवार देर रात तक उपेंद्र कुशवाहा, मुकेश सहनी और मांझी के बीच बैठक हुई. इसको लेकर लगातार अटकलें लगाई जा रही है. इसके बाद से उम्मीद लगाई जा रही है कि महागठबंधन में जो रस्साकशी चल रही है, उस पर विराम लगाने के लिए ही इस बैठक में चर्चा हुई होगी. इन सब बातों पर जीतन राम मांझी ने अपनी सफाई दी है.
बैठक को बताया अनौपचारिक
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि ये एक अनौपचारिक बैठक थी. इसमें कुछ विशेष नहीं था. समय-समय पर हम लोगों के बीच बैठकें होती रहती हैं. उन्होंने कहा कि हमसे मिलने सीपीआई के नेता भी आते हैं, पप्पू यादव भी आते हैं. इसका मतलब ये नहीं कि हम महागठबंधन का विरोध करते हैं. हम महागठबंधन के साथ मजबूती से हैं.
राजद पर कटाक्ष
इसके साथ ही मांझी ने राजद की तरफ से किये जा रहे कार्यक्रम पर भी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि महागठबंधन अगर कोई योजना बनाकर एक साथ एनडीए गठबंधन को घेरता तो अच्छा होता. इस दौरान जीतन राम मांझी ने वर्चुअल रैली के दिन राजद की तरफ से गरीब अधिकार दिवस मनाए जाने और थाली पीटने के कार्यक्रम को लेकर भी राजद पर कटाक्ष किया. लेकिन महागठबंधन में मजबूती से रहने की बात को भी दोहराया.
हम, रालोसपा और वीआइपी के बीच गुप्त बैठक
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी एक तरफ महागठबंधन में बने रहने की बात करते हैं तो वहीं दूसरी ओर राजद की तरफ से किए जा रहे सरकार विरोधी कार्यक्रम को भी गलत बताते हैं. ऐसे में हम, रालोसपा और वीआइपी पार्टी के बीच लगातार चल रही गुप्त बैठक का कुछ ना कुछ परिणाम विधानसभा चुनाव से पहले जरूर निकलेगा.
हालांकि जीतन राम मांझी ये जरूर कहते नजर आ रहे हैं कि 20 जून से पहले महागठबंधन में सब ठीक हो जाएगा. अब देखना यह होगा कि महागठबंधन में सब ठीक होगा या कोई बड़ी टूट होगी.