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बलियावी के बयान पर मांझी ने ली चुटकी, कहा- ये तो अभी शुरुआत है, आगे-आगे देखिए होता है क्या

गुलाम रसूल बलियावी के बयान पर घमासान मचा हुआ है. ऐसे में विपक्ष ने एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह तो अभी शुरुआत है, आगे-आगे देखिए क्या होता है.

जीतनराम मांझी, हम के मुखिया
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Published : May 10, 2019, 1:36 PM IST

पटना: जेडीयू एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी के बयान पर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने चुटकी ली है. मांझी ने कहा कि यह तो अभी शुरुआत है आगे-आगे देखिए क्या होता है. उन्होंने कहा कि एनडीए को अब लगने लगा है कि वह हार रहा है. एनडीए में एकता नहीं है और 23 मई के रिजल्ट के बाद यह साफ देखने को मिलेगा.

सुशील मोदी के बयान पर पलटवार

वहीं, सुशील मोदी के एक बयान पर पलटवार करते हुए मांझी ने कहा कि राजद अपराधियों की पार्टी है या नहीं यह तय करने के लिए न्यायालय है और यह तय करना न्यायालय का काम है. जीतन राम मांझी ने कहा कि देश में जिस तरह प्राइवेटाइजेशन किया जा रहा है. उससे पिछड़ों को काफी नुकसान हो रहा है, क्योंकि निजी क्षेत्रों में आरक्षण का प्रावधान ही नहीं है.

मोदी पर निशाना

मांझी ने कहा कि आरक्षण की समीक्षा की रिपोर्ट भी आ चुकी है और यह अगर दोबारा सत्ता में आ गए तो उस समीक्षा रिपोर्ट को लागू कर देंगे. जिससे दलितों और पिछड़ों के हक का आरक्षण 10% तक समाप्त हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे साफ होता है कि नरेंद्र मोदी सत्ता में आए तो आरक्षण खत्म कर देंगे.

जीतनराम मांझी, हम के मुखिया

गुलाम रसूल बलियावी का बयान
दरअसल जदयू के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम रसूल बलियावी ने गुरुवार को ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा था कि नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाने पर ही एनडीए की केन्द्र में सरकार बनेगी. बलियावी ने कहा कि देश में एनडीए को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने जा रहा है. इसलिए नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाना चाहिए.

'मुस्लिम नीतीश के नाम पर कर रहे वोट'
गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि नीतीश कुमार के कार्यों से बिहार में काफी विकास हुआ है. पूरे देश में इनकी जो छवि है, वह काफी सराहनीय है. खासतौर पर बिहार में मुस्लिम मतदाता बड़ी तादाद में नीतीश कुमार के नाम पर एनडीए गठबंधन को वोट कर रहे हैं. इसलिए बिहार में नीतीश कुमार को जिस तरह स्वीकारा गया है वह अपने आप में अद्भुत है.

पटना: जेडीयू एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी के बयान पर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने चुटकी ली है. मांझी ने कहा कि यह तो अभी शुरुआत है आगे-आगे देखिए क्या होता है. उन्होंने कहा कि एनडीए को अब लगने लगा है कि वह हार रहा है. एनडीए में एकता नहीं है और 23 मई के रिजल्ट के बाद यह साफ देखने को मिलेगा.

सुशील मोदी के बयान पर पलटवार

वहीं, सुशील मोदी के एक बयान पर पलटवार करते हुए मांझी ने कहा कि राजद अपराधियों की पार्टी है या नहीं यह तय करने के लिए न्यायालय है और यह तय करना न्यायालय का काम है. जीतन राम मांझी ने कहा कि देश में जिस तरह प्राइवेटाइजेशन किया जा रहा है. उससे पिछड़ों को काफी नुकसान हो रहा है, क्योंकि निजी क्षेत्रों में आरक्षण का प्रावधान ही नहीं है.

मोदी पर निशाना

मांझी ने कहा कि आरक्षण की समीक्षा की रिपोर्ट भी आ चुकी है और यह अगर दोबारा सत्ता में आ गए तो उस समीक्षा रिपोर्ट को लागू कर देंगे. जिससे दलितों और पिछड़ों के हक का आरक्षण 10% तक समाप्त हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे साफ होता है कि नरेंद्र मोदी सत्ता में आए तो आरक्षण खत्म कर देंगे.

जीतनराम मांझी, हम के मुखिया

गुलाम रसूल बलियावी का बयान
दरअसल जदयू के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम रसूल बलियावी ने गुरुवार को ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा था कि नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाने पर ही एनडीए की केन्द्र में सरकार बनेगी. बलियावी ने कहा कि देश में एनडीए को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने जा रहा है. इसलिए नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाना चाहिए.

'मुस्लिम नीतीश के नाम पर कर रहे वोट'
गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि नीतीश कुमार के कार्यों से बिहार में काफी विकास हुआ है. पूरे देश में इनकी जो छवि है, वह काफी सराहनीय है. खासतौर पर बिहार में मुस्लिम मतदाता बड़ी तादाद में नीतीश कुमार के नाम पर एनडीए गठबंधन को वोट कर रहे हैं. इसलिए बिहार में नीतीश कुमार को जिस तरह स्वीकारा गया है वह अपने आप में अद्भुत है.

Intro:गुलाम रसूल बलियावी के बयान पर जीतन राम मांझी ने कहा कि यह तो अभी शुरुआत है आगे आगे देखिए क्या होता है. उन्होंने कहा कि एनडीए को अब लगने लगा है कि वह हार रहा है. एनडीए में एकता नहीं है और 23 मई के रिजल्ट के बाद यह साफ देखने को मिलेगा.Body:सुशील मोदी ने कहा था कि राजद अपराधियों की पार्टी है इस पर जीतन राम मांझी ने कहा कि यह तय करने के लिए न्यायालय है और यह तय करना न्यायालय का काम है. जीतन राम मांझी ने कहा कि देश में जिस तरह प्राइवेटाइजेशन किया जा रहा है उससे पिछड़ों को काफी नुकसान हो रहा है क्योंकि निजी क्षेत्रों में आरक्षण का प्रावधान ही नहीं है. आरक्षण की समीक्षा की रिपोर्ट भी आ चुकी है और यह अगर दोबारा सत्ता में आ गए तो उस समीक्षा रिपोर्ट को लागू कर देंगे जिससे दलितों और पिछड़ों के हक का आरक्षण 10% तक समाप्त हो जाएगा.Conclusion:जीतन राम मांझी ने कहा कि नरेंद्र मोदी द्वारा सत्ता में आते हैं तो पिछड़ों को मिल रहे हैं आरक्षण का 10% हिस्सा खत्म हो जाएगा. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार सभी चीजों का प्राइवेटाइजेशन किया जा रहा है और निजी क्षेत्र में आरक्षण नहीं है इससे साफ है कि आरक्षण को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है.
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