जमशेदपुर: रूस से सटे किर्गिस्तान में बेकाबू कोरोना संक्रमण से वहां मेडिकल की पढ़ाई के लिए गए हजारों भारतीय स्टूडेंट्स चिंतित हैं. बिहार-झारखंड सहित देश के विभिन्न राज्यों से लगभग तीन हजार स्टूडेंट्स वहां फंसे हुए हैं. इसमें बिहार और झारखंड से काफी संख्या में स्टूडेंट्स शामिल हैं. कोरोना काल में उनके जीवन और मौत वाली स्थिति वहां बनी हुई है. बिहार-झारखंड के छात्रों ने मदद को लेकर कई बार ट्वीट और ई-मेल के जरिए सरकारों से गुहार लगाई थी, लेकिन वापसी को लेकर कोई संतोषजनक आश्वासन नहीं मिला.
भारतीय छात्र चिंतित
वहीं, भारत सरकार की ओर से विदेशों में फंसे भारतीयों को रेस्क्यू करने को चल रही वंदे मातरम मिशन से वापसी की अंतिम तारीख किर्गिस्तान सरकार ने 15 जुलाई निर्धारित कर रखी थी. वहां, अनियंत्रित कोरोना संक्रमण और स्वास्थ्य संसाधनों की कमी को देखते हुए बाहरी छात्रों को हॉस्टल, रूम खाली करने का निर्देश है. छात्रों को वापसी के विकल्प न मिलने से वे परेशान थे. केंद्र और राज्य सरकारों को भी अपनी बेबसी से अवगत कराने पर भी ससमय मदद न मिलने से हजारों भारतीय छात्र चिंतित हैं.
स्टूडेंट्स की मदद को पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने ट्वीट की थी मार्मिक अपील
स्वदेश वापसी को लेकर चिंतित छात्रों ने सोशल मीडिया पर अभियान छेड़ा था. इसी कड़ी में सद्दाम खान नाम के एक छात्र ने झारखंड के पूर्व विधायक और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी से भी इस मामले में प्रयास करने का आग्रह किया. छात्र के अनुसार, झारखंड और बिहार से काफी तादाद में मेडिकल स्टूडेंट्स किर्गिस्तान में फंसे हुए हैं. भारतीय छात्रों की चिंता पर संवेदनशीलता दिखाते हुए बीते मंगलवार 14 जुलाई को पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने छात्रों के मार्मिक अपील से जुड़े वीडियो को संलग्न करते हुए ट्वीट किया था.
पूर्व विधायक षाड़ंगी ने अपने ट्वीट में किर्गिस्तान स्थित भारतीय दूतावास, विदेश मंत्रालय सहित झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को टैग करते हुए छात्रों की चिंता और उनके सकुशल वापसी के लिए निवेदन किया था. उन्होंने अपने ट्वीट में एक छात्र का मोबाइल नंबर भी शेयर किया था, ताकि उनसे संपर्क किया जा सके. कुणाल षाड़ंगी के अनुसार, झारखंड और बिहार से लगभग बीस से अधिक छात्र फंसे हुए हैं. इनमें से एक छात्र जमशेदपुर से भी हैं.
ट्वीट के बाद अभिनेता सोनू सूद ने भी मदद को बढ़ाए हाथ
पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी की ट्वीट के अगले ही दिन रील और रियल लाइफ हीरो सोनू सूद ने भी इस मिशन पर काम शुरू कर दिया. बुधवार 15 जुलाई की शाम उन्होंने ट्वीट कर किर्गिस्तान में फंसे भारतीय मेडिकल स्टूडेंट्स को सूचित किया कि वे संबंधित जानकारियां ई-मेल करें, ताकि रेस्क्यू सुनिश्चित कराई जा सके. उन्होंने स्टूडेंट्स को यह भी आश्वस्त किया की वापसी के दौरान किसी तरह के टिकट के शुल्क उनसे नहीं लिए जाएंगे.
छात्रों ने ट्वीट कर कुणाल षाड़ंगी, सोनू सूद का जताया आभार
शनिवार देर रात किर्गिस्तान में फंसे एक छात्र सद्दाम खान सहित कइयों ने ट्वीट कर अभिनेता सोनू सूद सहित पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी का आभार जताया. छात्र ने साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता रेखा मिश्रा का भी आभार जताया. छात्र ने लिखा कि आप सभी के प्रयास और सहयोग से रेस्क्यू की कवायदें शुरू हो गई हैं. बताया कि कुणाल षाड़ंगी सहित अन्य लोगों के संवेदनशील प्रयासों के बाद फिल्म अभिनेता सोनू सूद ने इस आशय में मदद सुनिश्चित करने का अभियान शुरू कर दिया है. छात्रों में अब उम्मीद जागृत हुई है कि जल्द ही उनकी वापसी संभव हो सकेगी.
● स्टूडेंट्स की मदद को पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने ट्वीट की थी मार्मिक अपील.
● ट्वीट के बाद अभिनेता सोनू सूद ने भी मदद को बढ़ाए हाथ.
● छात्र ने ट्वीट कर बताया वापसी की कवायदें शुरू हो गई हैं, अभिनेता सोनू सूद सहित कुणाल षाड़ंगी का जताया आभार.