पटना: फुलवारीशरीफ के जेडीयू कार्यकर्ता अपने नेता सह मंत्री श्याम रजक से नाराज हो गए हैं. वजह है मंत्री द्वारा कार्यकर्ताओं की मांग को अनसुना करना. फुलवारीशरीफ के पार्टी नगर अध्यक्ष फजल इमाम ने तो यहां तक कह दिया है कि यदि पार्टी में सम्मान नहीं मिला तो पार्टी छोड़ देंगे.
क्या है मामला
दरअसल, जेडीयू कार्यकर्ताओं का आरोप है कि फुलवारीशरीफ थाना और ब्लॉक में एनडीए कार्यकर्ताओं को अपमानित किया जाता है. अभी कुछ दिन पहले ही भाजपा के एक कार्यकर्ता पवन के साथ भी फुलवारीशरीफ पुलिस ने मारपीट की थी. वहीं, ब्लॉक में भी कई पदाधिकारी कार्यकर्ताओं से सीधे मुंह बात नहीं करते हैं. इन्ही सब मुद्दों को लेकर जदयू कार्यकर्ताओं ने एक बैठक बुलाई, जिसमें उद्योग मंत्री सह स्थानीय जदयू विधायक श्याम रजक को भी बुलाया गया.
मंत्री ने मांगा साक्ष्य
फुलवारीशरीफ के करबला मोड़ स्थित कम्युनिटी हॉल में आयोजित बैठक में श्याम रजक के सामने कार्यकर्ताओं ने अपनी व्यथा रखी. कार्यकर्ताओं ने थाना के साथ-साथ ब्लॉक के पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई करने की मांग की. मंत्री श्याम रजक ने अपने कार्यकर्ताओं की मांग को एक तरह से झूठा बताते हुए कहा कि नीतीश की सरकार सुशासन की सरकार है. यहां सब के साथ इंसाफ होता है और कोई गलत करे तो उस पर कार्रवाई भी होती है. आपके सिर्फ कह देने भर से कोई खराब नहीं हो जाएगा. उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि जिन थाना प्रभारी और प्रखण्ड विकास पदाधिकारी पर आप लोग आरोप लगा रहे हैं, उनके खिलाफ आपके पास साक्ष्य हैं, यदि नहीं है तो मैं भी कुछ नहीं कर सकता.
कार्यकर्ता मंत्री से हैं नाराज
श्याम रजक की बातें सुनकर कार्यकर्ता क्षुब्ध हो गए और मंत्री के जाने के बाद आगे की रणनीति बनाने के लिए बैठक करने की बात कही. जेडीयू के फुलवारीशरीफ नगर अध्यक्ष फजल इमाम ने कहा कि जिस तरह से मंत्री जी ने साक्ष्य जुटाने के लिए मोबाइल से वीडियो बनाने की बात कह सारे मामले से कन्नी काट गए. ऐसे में फुलवारीशरीफ में अपना सम्मान बचाये रह पाना अब मुश्किल हो गया है. उन्होंने कहा कि फुलवारीशरीफ थाना और ब्लॉक में तो सम्मान मिल नहीं रहा था अब पार्टी में भी सम्मान मिलना बंद हो गया है. ऐसे में सम्मान नहीं मिला तो फुलवारीशरीफ के जेडीयू कार्यकर्ता पार्टी भी छोड़ने के लिए तैयार है.