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मिशन 2020: LJP की इंट्री से BJP और JDU की कई सीटों पर फंस सकता है पेंच!

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Published : Jan 22, 2020, 11:42 PM IST

जेडीयू की नजर बीजेपी के शहरी विधानसभा क्षेत्र पर है. खासकर राजधानी पटना के कई विधानसभा क्षेत्र पर जेडीयू नजर गड़ाये बैठी है. वहीं, गठबंधन में एलजेपी की इंट्री से कई सीटों पर पेंच फंस सकता है. हालांकि बीजेपी की तरफ से लोकसभा की तरह ही सीट शेयरिंग का मामला सुलझाने का दावा किया जा रहा है.

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बिहार विधानसभा चुनाव

पटनाः आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी शुरू हो गई है. मिशन 2020 में सीट शेयरिंग को लेकर दावों का दौर भी चल पड़ा है. नई परिस्थितियों में जेडीयू बिहार के शहरी सीटों पर भी दावा ठोक रही है. जबकि शहरी सीटों पर लंबे समय से बीजेपी का कब्जा रहा है. हालांकि गठबंधन में एलजेपी की इंट्री से कई सीटों पर पेंच फंसने की पूरी संभावना है.

बिहार विधानसभा चुनाव में भले ही अभी देर हो लेकिन राजनीतिक दलों की तरफ से सीटों को लेकर दावेदारी शुरु हो गई है. सीटों को लेकर बीजेपी और जेडीयू के नेताओं के बयान ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की उलझनें बढ़ा दी है. बीजेपी जहां फिफ्टी-फिफ्टी के फार्मूले पर समझौता चाहती है वहीं, जेडीयू बड़े भाई की भूमिका में. इधर लोजपा की इंट्री से दोनों दलों के हिस्सेदारी में भी सेंधमारी तय है.

52 विधानसभा क्षेत्र पर फंस सकता है पेंच
जेडीयू की नजर बिहार के शहरी सीटों पर भी है. लगभग डेढ़ दर्जन सीट ऐसे हैं जो पहले बीजेपी के पाले में रहा लेकिन बदली परिस्थितियों में पारंपरिक सीट या तो जेडीयू के पास है या फिर उस पर आरजेडी के विधायक जीते हुए हैं. अगर बीजेपी जेडीयू के बीच लोकसभा चुनाव के तर्ज पर सीटों का बंटवारा हुआ तो इस बार 124 मौजूदा सीटों में से 52 विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारी को लेकर फेरबदल हो सकता है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

उम्मीदवारों की अदला-बदली संभव
पिछले चुनाव में जेडीयू ने जहां 71 सीटों पर जीत हासिल की वहीं बीजेपी के खाते में 53 सीट गई. 24 ऐसी सीटें हैं जहां, बीजेपी पहले और जेडीयू दूसरे नंबर पर रही. जबकि 28 सीटें ऐसी हैं जहां, जेडीयू पहले नंबर पर रही जबकि वहां बीजेपी दूसरे नंबर पर. ऐसे में कुछ सीटों पर उम्मीदवारों की अदला-बदली भी संभव है.

ये भी पढ़ेंः 'pk और पवन वर्मा पर कार्रवाई न होना ये दर्शाता है कि ये लोग JDU के इशारे पर बोल रहे हैं'

शहरी सीटों पर जेडीयू की नजर
जेडीयू विधानपार्षद रणवीर नंदन शहरी सीटों पर पार्टी का दावा कर रहे हैं. रणवीर नंदन का मानना है कि सांगठनिक आधार पर जेडीयू कार्यकर्ताओं ने जमकर काम किया है. कार्यकर्ताओं के भावनाओं को देखते हुए अधिक सीटों की मांग की जायेगी. हालांकि अंतिम निर्णय शीर्ष नेतृत्व लेगा. विदित हो कि जेडीयू की नजर राजधानी पटना के कुछ सीटों पर भी है.

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सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह

बीजेपी का दावा, 2020 फतह करेगी एनडीए
दूसरी तरफ बीजेपी नेता और बिहार सरकार में सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह का कहना है कि एनडीए में सीटों को लेकर कोई विवाद नहीं होगा. जिस तरीके से लोकसभा चुनाव के दौरान सीटों पर सहमति बन गई उसी तरह विधानसभा चुनाव में भी सीटों पर सहमति बन जाएगी. उन्होंने कहा कि मिशन 2020 में एनडीए जरुर फतह करेगी.

पटनाः आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी शुरू हो गई है. मिशन 2020 में सीट शेयरिंग को लेकर दावों का दौर भी चल पड़ा है. नई परिस्थितियों में जेडीयू बिहार के शहरी सीटों पर भी दावा ठोक रही है. जबकि शहरी सीटों पर लंबे समय से बीजेपी का कब्जा रहा है. हालांकि गठबंधन में एलजेपी की इंट्री से कई सीटों पर पेंच फंसने की पूरी संभावना है.

बिहार विधानसभा चुनाव में भले ही अभी देर हो लेकिन राजनीतिक दलों की तरफ से सीटों को लेकर दावेदारी शुरु हो गई है. सीटों को लेकर बीजेपी और जेडीयू के नेताओं के बयान ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की उलझनें बढ़ा दी है. बीजेपी जहां फिफ्टी-फिफ्टी के फार्मूले पर समझौता चाहती है वहीं, जेडीयू बड़े भाई की भूमिका में. इधर लोजपा की इंट्री से दोनों दलों के हिस्सेदारी में भी सेंधमारी तय है.

52 विधानसभा क्षेत्र पर फंस सकता है पेंच
जेडीयू की नजर बिहार के शहरी सीटों पर भी है. लगभग डेढ़ दर्जन सीट ऐसे हैं जो पहले बीजेपी के पाले में रहा लेकिन बदली परिस्थितियों में पारंपरिक सीट या तो जेडीयू के पास है या फिर उस पर आरजेडी के विधायक जीते हुए हैं. अगर बीजेपी जेडीयू के बीच लोकसभा चुनाव के तर्ज पर सीटों का बंटवारा हुआ तो इस बार 124 मौजूदा सीटों में से 52 विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारी को लेकर फेरबदल हो सकता है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

उम्मीदवारों की अदला-बदली संभव
पिछले चुनाव में जेडीयू ने जहां 71 सीटों पर जीत हासिल की वहीं बीजेपी के खाते में 53 सीट गई. 24 ऐसी सीटें हैं जहां, बीजेपी पहले और जेडीयू दूसरे नंबर पर रही. जबकि 28 सीटें ऐसी हैं जहां, जेडीयू पहले नंबर पर रही जबकि वहां बीजेपी दूसरे नंबर पर. ऐसे में कुछ सीटों पर उम्मीदवारों की अदला-बदली भी संभव है.

ये भी पढ़ेंः 'pk और पवन वर्मा पर कार्रवाई न होना ये दर्शाता है कि ये लोग JDU के इशारे पर बोल रहे हैं'

शहरी सीटों पर जेडीयू की नजर
जेडीयू विधानपार्षद रणवीर नंदन शहरी सीटों पर पार्टी का दावा कर रहे हैं. रणवीर नंदन का मानना है कि सांगठनिक आधार पर जेडीयू कार्यकर्ताओं ने जमकर काम किया है. कार्यकर्ताओं के भावनाओं को देखते हुए अधिक सीटों की मांग की जायेगी. हालांकि अंतिम निर्णय शीर्ष नेतृत्व लेगा. विदित हो कि जेडीयू की नजर राजधानी पटना के कुछ सीटों पर भी है.

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सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह

बीजेपी का दावा, 2020 फतह करेगी एनडीए
दूसरी तरफ बीजेपी नेता और बिहार सरकार में सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह का कहना है कि एनडीए में सीटों को लेकर कोई विवाद नहीं होगा. जिस तरीके से लोकसभा चुनाव के दौरान सीटों पर सहमति बन गई उसी तरह विधानसभा चुनाव में भी सीटों पर सहमति बन जाएगी. उन्होंने कहा कि मिशन 2020 में एनडीए जरुर फतह करेगी.

Intro:मिशन 2020 को लेकर बिहार में राजनीतिक कसरत शुरू हो गई है सीट शेयरिंग को लेकर दावों का दौर भी जा रही है नई परिस्थितियों में जेडीयू बिहार के शहरी सीटों पर भी दावा ठोक रही है शहरी सीटों पर लंबे समय से भाजपा का कब जा रहा है जदयू की नजर राजधानी पटना के कुछ सीटों पर भी है


Body: बिहार विधानसभा चुनाव में भले ही अभी देर हो मगर राजनीतिक दलों द्वारा सीटों को लेकर दावेदारी का दौर जारी है सीटों को लेकर भाजपा और जदयू के बीच नेताओं के बयान ने उलझन बढ़ा दी है। भाजपा जहां 5050 के फार्मूले पर समझौता चाहती है वहीं जदयू बड़े भाई की भूमिका में रहना चाहेगी । लोजपा की इंट्री से दोनों दलों के हिस्सेदारी में भी सेंधमारी तय है


Conclusion: जदयू की नजरें बिहार के शहरी सीटों पर है लगभग डेढ़ दर्जन सीट ऐसे हैं जो पहले भाजपा के पाले में था लेकिन बदली परिस्थितियों में पारंपरिक सीट या तो जदयू के पास है या राजद के विधायक जीते हुए हैं ।
भाजपा और जदयू के बीच अगर लोकसभा चुनाव के तर्ज पर सीटों का बंटवारा हुआ तो इस बार 124 मौजूदा सीटों में से 52 विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारी को लेकर फेरबदल हो सकता है।
पिछले चुनाव में जदयू ने जहां 71 सीटों पर जीत हासिल की थी वहीं बीजेपी के खाते में 53 सीटें थी ऐसी परिस्थितियों में 24 ऐसी सीटें हैं जहां बीजेपी पहले और जदयू दूसरे नंबर पर आ रही थी जबकि 28 सीटें ऐसी हैं जहां जेडीयू पहले नंबर पर थी और वहां बीजेपी दूसरे नंबर पर थी ऐसे में कुछ सीटों पर उम्मीदवारों की अदला बदली संभावित दिखती है।
इन सबके बीच जेडीओ खेमे से दावेदारी लगातार जारी है विधान पार्षद और जदयू नेता रणवीर नंदन शहरी सीटों पर पार्टी का दावा बता रहे हैं रणवीर नंदन का मानना है कि सांगठनिक आधार पर हम लोगों ने काम किया है और कार्यकर्ताओं के मनु भावना के मुताबिक हम सीटों की मांग करेंगे अंतिम निर्णय शीर्ष नेतृत्व को लेना है ।
भाजपा नेता और बिहार सरकार के मंत्री राणा रणधीर सिंह का कहना है कि सीटों को लेकर कोई विवाद नहीं होगा जिस तरीके से लोकसभा चुनाव के दौरान सीटों पर सहमति बन गई थी उसी तरीके से विधानसभा चुनाव में भी सीटों पर सहमति बन जाएगी और मिशन 2020 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन फतह करेगी

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