पटनाः बिहार में मुख्य सत्ताधारी दल जदयू में हर तरफ सिर्फ नीतीश कुमार का चेहरा ही नजर आता है. चाहे वह पार्टी कार्यालय हो या फिर पोस्टर या हाल में ही जारी किया गया वीडियो सॉन्ग. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को साइडलाइन करते हुए नीतीश कुमार के चेहरे के बूते ही पार्टी विधानसभा चुनाव की नैया पार करने की कोशिश में जुटी है. पेश है एक स्पेशल रिपोर्ट-
नीतीश के अलावा किसी को जगह नहीं
बिहार में विधानसभा चुनाव 2020 की हलचल तेज हो चुकी है. सभी पार्टियां सीटों के बंटवारे और एक दूसरे से आगे निकलने की तैयारी में जुट चुकी हैं. बात अगर स्ताधारी जेडीयू की करें तो यहां नीतीश कुमार के अलावा पार्टी का कोई अन्य वरिष्ठ नेता कहीं नजर ही नहीं आता. कार्यालय में लगे पोस्टर में हर जगह नीतीश और उनके नाम के स्लोगन ही दिखते हैं.
हर जगह नीतीश ही नीतीश हैं
पार्टी में संगठन का कामकाज पिछले कई सालों से आरसीपी सिंह देख रहे हैं. लेकिन आरसीपी सिंह का चेहरा कहीं नजर नहीं आ रहा है. वरिष्ठ नेता विजय चौधरी, विजेंद्र यादव, ललन सिंह, श्रवण कुमार, जय कुमार सिंह भी कहीं नहीं दिखते. पार्टी के बैनर, पोस्टर, स्लोगन और वीडियो सॉन्ग तक में हर जगह नीतीश ही नीतीश हैं.
'नीतीश कुमार अन्य नेताओं से अलग हैं'
इस सिलसिले में पूछे जाने पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और मंत्री जय कुमार सिंह का कहना है कि नीतीश कुमार की सोच और विजन सब पर भारी है. इसलिए किसी अन्य चेहरे को पार्टी में जगह बनाने का मौका नहीं मिलता है.
वहीं, मंत्री महेश्वर हजारी का कहना है कि नीतीश कुमार अन्य दल के नेताओं से अलग हैं. दूसरे दलों में नेता अपने परिवार के लिए पहले सोचते हैं. लेकिन नीतीश कुमार के परिवार के किसी सदस्य को लोग जानते तक नहीं होंगे. पार्टी और बिहार के लिए नीतीश सोचते हैं. इसलिए उनके चेहरे पर ही सबको भरोसा है.
जेडीयू में वरिष्ठ नेता हुए साइडलाइन
बीजेपी भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव में उतरने की घोषणा कर चुकी है. जेडीयू में भी नीतीश के चेहरे पर ही सबको भरोसा है. इसलिए जेडीयू के पोस्टर में भी पार्टी ने नीतीश कुमार के अलावा किसी वरिष्ठ नेता को जगह नहीं दी है. अब ऐसे में यह समझा जा सकता है कि वरिष्ठ नेताओं को साइडलाइन करते हुए सिर्फ नीतीश कुमार के चेहरे के बूते ही एनडीए चुनाव में कुदेगी.