पटनाः विधानसभा चुनाव के बाद जदयू में बड़े फैसले लिए गए हैं. संगठन के स्तर पर फेरबदल किए गए हैं. उपेंद्र कुशवाहा की भी घर वापसी हुई है. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का कहना है कि उपेंद्र कुशवाहा के आने से पार्टी को मजबूती मिली है और उनकी पार्टी के विलय से किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है. उमेश कुशवाहा ने कहा कि जदयू का विधानसभा चुनाव में जो रिजल्ट आया है, उसे चुनौती के रूप में लिया है और एक नंबर पार्टी पहले भी थी जदयू आगे भी रहेगी.
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हमेशा लोगों की पसंद रहेगी जदयू
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा विधानसभा चुनाव में जो रिजल्ट आया है, उसे चुनौती के रूप में हम लोगों ने लिया है और पार्टी में कई बड़े फैसले हुए हैं. विधानसभा प्रभारी, लोकसभा प्रभारी, विधानसभा अध्यक्ष और प्रवक्ता की ट्रेनिंग हो चुकी है. 26 मार्च से प्रखंड अध्यक्षों की भी ट्रेनिंग शुरू होगी. उमेश कुशवाहा ने कहा कि जिलों का दौरा कर रहे हैं और बहुत ही बढ़िया फीडबैक पार्टी कार्यकर्ताओं से मिल रहा है. उमेश कुशवाहा का कहना है कि जदयू पहले भी नंबर एक पार्टी रही है और आगे भी नंबर एक पार्टी बनेगी.
सभी कर रहे हैं मिलकर काम
उमेश कुशवाहा का यह भी कहना है उपेंद्र कुशवाहा की वापसी से पार्टी मजबूती हुई है. उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा के विलय के कारण किसी तरह की परेशानी भी हो रही है, इस सवाल पर उमेश कुशवाहा ने कहा कि किसी तरह की परेशानी नहीं हो रही है हम लोग सब मिलकर काम कर रहे हैं.
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मंत्रिमंडल में हो सकते हैं शामिल
उपेंद्र कुशवाहा को नीतीश कुमार ने जदयू का राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया है. विधान परिषद का सदस्य भी बना दिया है. आने वाले दिनों में जब भी मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा, उपेंद्र कुशवाहा को मंत्रिमंडल में भी शामिल किया जाएगा. इसकी भी चर्चा है. लेकिन पार्टी में सबसे बड़ी समस्या रालोसपा के संगठन स्तर पर जिस प्रकार से विलय हुआ है, ऐसे में रालोसपा के नेताओं को जदयू में जगह देना एक बड़ी चुनौती है. इसके बावजूद उमेश कुशवाहा फिलहाल किसी तरह की परेशानी की बात से इंकार कर रहे हैं.