पटनाः एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में बिहार और महाराष्ट्र के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है. सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार पुलिस के साथ किए गए व्यवहार पर नाराजगी जताई थी. मंगलवार को जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि सुशांत सिंह मामले में महाराष्ट्र पुलिस 50 दिनों में एक एफआईआर तक नहीं कर पाई. पटना में एकमात्र एफआईआर हुई है. अब न्याय के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और पुलिस को पहल करनी चाहिए.
'मुंबई पुलिस हठधर्मिता छोड़ें'
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि मुंबई पुलिस की हठधर्मिता ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र पुलिस के रवैये से सबूतों के नष्ट होने का खतरा हो गया है. सुशांत सिंह राजपूत के चाहने वाले कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं. महाराष्ट्र पुलिस ने 50 दिनों में एफआईआर तक नहीं की है, लेकिन बिहार पुलिस की ज्यूडिशियल को लेकर सवाल खड़े कर रही है.
'महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री करें पहल'
राजीव रंजन ने कहा कि मुंबई पुलिस ने अभी तक कुछ भी नहीं किया है और उन्हें अब बिहार पुलिस को जांच में सहयोग करना चाहिए. जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि मुंबई पुलिस ने अब तक जो भी जांच पड़ताल की है, उसकी जानकारी उन्हें पटना पुलिस को देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सुशांत के परिवार को न्याय दिलाने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और पुलिस को पहल करनी चाहिए.
विधानसभा सत्र में भी उठा था मामला
सुशांत सिंह का मामला ज्ञान भवन में आयोजित विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान भी उठा था. कई दलों के नेताओं ने सीबीआई जांच को लेकर सर्वदलीय बैठक कर सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित करने की मांग की थी. हालांकि सरकार की ओर से इसको लेकर कुछ नहीं कहा गया, लेकिन मुख्यमंत्री ने सुबह में ही मुंबई पुलिस के रवैये पर नाराजगी जताई थी.
पिता ने की सीबीआई जांच की मांग
एक्टर सुशांत के पिता केके सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आखिरकार सीबीआई जांच की मांग की. जिसके बाद सरकार ने मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है. इससे पहले सीएम और उनके दल के कई नेताओं ने कहा था कि अगर परिवार मांग करता है तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीबीआई जांच की सिफारिश जरूर करेंगे.