पटना: जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार (JDU Spokesperson Neeraj Kumar) ने दावा किया है कि बिहार विधान परिषद चुनाव (Bihar Legislative Council Election) में एनडीए की बड़ी जीत होगी. उन्होंने कहा कि एक तरफ हमारा गठबंधन एकजुट होकर अपनी उपलब्धियों पर चुनाव लड़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ जेल से संदेशा भेजा जा रहा है. उनके नेता जेल में ही हैं और वह अपने लोगों से कह रहे हैं कि आरजेडी को वोट दें लेकिन हम लोगों ने किसी ऐसे उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारा है, जिनसे कोई पैसे का लेनदेन किया गया हो.
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सभी सीटों पर एनडीए की जीत होगी: जेडीयू विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि जिस तरह से पंचायती राज को ठीक ढंग से स्थापित कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पंचायत का विकास किया है, उससे हमें पूरा भरोसा है कि एनडीए उम्मीदवारों की जीत होगी. उन्होंने साफ-साफ कहा कि वर्तमान सरकार ने पंचायत में 50% आरक्षण दिया था लेकिन इस बार 65% महिलाएं चुनाव में जीत कर आई हैंं. इससे साफ पता चलता है कि बिहार में महिला सशक्तिकरण हो रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि दलित, पिछड़े और अति पिछड़े सभी वर्ग के लोगों को अधिकार देने का काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है. हम लोग विकास के बल पर ही चुनावी मैदान में उतरे हैं.
आरजेडी पर तीखा हमला: नीरज कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग जेल से फरमान जारी कर रहे हैं, क्योंकि उनके नेता जेल में हैं. वह अपने लोगों से कह रहे हैं कि वह उन्हें वोट दें लेकिन हम लोग ना ही किसी ऐसे उम्मीदवार को मैदान में उतारे हैं, जिनसे कोई पैसे का लेनदेन किया गया हो और ना ही हम लोग किसी भी तरह का फरमान जारी करते हैं. हम लोग सिर्फ विकास के बल पर मैदान में हैं. जनता भी देख रही है कि किस ने राज्य का विकास किया है. किसने पंचायतों का विकास किया है. किसने पंचायत में नल-जल की व्यवस्था की है. किसने मंदिर और मस्जिद पर सोलर लाइट लगाए हैं.
4 अप्रैल को मतदान: बिहार में 24 सीटों पर एमएलसी का चुनाव (MLC Elections On 24 Seats in Bihar) होना है. इसके लिए 9 मार्च से 16 मार्च तक नामांकन की समय सीमा तय की गई है. 21 मार्च तक नामांकन वापसी की तारीख है. 4 अप्रैल को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक वोटिंग की प्रक्रिया चलेगी और 7 अप्रैल को काउंटिंग होगी और नतीजे सामने आएंगे. इस बार कई ग्राम पंचायतों का नगर निगम क्षेत्र में सम्मिलित होने के कारण लगभग 6000 से अधिक मतदाता कम होंगे और इस बार मतदाताओं की संख्या 1,32,000 के करीब रहने का अनुमान है. इस बार चुनाव के दौरान लोकसभा सांसद और विधायकों को उनके क्षेत्र के किसी एक प्रखंड में मतदान देने का अधिकार होगा. जिन विधानसभा क्षेत्र में दो से तीन ब्लॉक आते हैं, ऐसे में विधायक और लोकसभा सांसद के लिए अपने क्षेत्र के किसी एक ब्लॉक के मतदान केंद्र को चुनने का अधिकार होगा, जहां वह मतदान के दिन मतदान कर सकेंगे.
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