पटना: जेडीयू (JDU) और एलजेपी (रामविलास) के बीच जुबानी जंग जारी है. जेडीयू प्रवक्ता अरविंद निषाद (JDU Spokesperson Arvind Nishad) ने चिराग पासवान (Chirag Paswan) के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें चिराग ने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने मरने के बाद भी उनके पिता रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) को अपमानित करने की कोशिश की है. अरविंद निषाद ने कहा कि जिस व्यक्ति को पार्टी और परिवार ने रिजेक्ट कर दिया हो, उससे हमें कोई लेना-देना नहीं है.
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जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद निषाद ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि चिराग पासवान क्या बोलते हैं, नहीं बोलते हैं उससे हम लोगों को कोई लेना-देना नहीं है. विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी और उनको बिहार की जनता ने रिजेक्ट कर दिया है. उन्होंने कहा कि चिराग पासवान को तो पहले उनकी पार्टी ने रिजेक्ट कर दिया और अब परिवार ने भी उन्हें रिजेक्ट कर दिया है.
अरविंद निषाद ने कहा कि चिराग पासवान पहले खुद को बिहार की राजनीति (Bihar Politics) में अपने आप को साबित करें. अभी तक उन्होंने न तो बिहार में और ना ही देश की राजनीति में कुछ भी साबित किया है. वो बोलने के लिए स्वतंत्र हैं, जो चाहें बोलते रहें.
"चिराग पासवान को गत विधानसभा चुनाव में जनता रिजेक्ट कर चुकी है. लोक जनशक्ति पार्टी रिजेक्ट कर चुकी है और अब तो अपना परिवार रिजेक्ट कर चुका है. इसलिए पहले खुद को सिद्ध करें फिर किसी पर टीका-टिप्पणी करें"- अरविंद निषाद, प्रवक्ता, जेडीयू
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वहीं केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के मंत्रालय में चिराग के सलाहकार नियुक्त करने पर जेडीयू प्रवक्ता ने सफाई देते हुए कहा कि यह भारत सरकार का फैसला है. भारत सरकार की कमिटी में किनको शामिल करना है, किनको नहीं करना है यह भारत सरकार को ही तय करना है.
आपको याद दिलाएं कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान के कारण जेडीयू को काफी नुकसान उठाना पड़ा था. अब एक बार फिर से तारापुर और कुशेश्वरस्थान में उपचुनाव (Tarapur and Kusheshwarsthan By-elections) हो रहा है. दोनों सीटों पर चिराग ने भी अपना उम्मीदवार उतारा है. साथ ही एक बार फिर से वो नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि वे उपचुनाव में फिर से जेडीयू को नुकसान पहुंचा सकते हैं.