पटना: अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों की तरह अब जेडीयू भी 'जातिगत' राजनीति में जुटी गई है. पार्टी ने पहली बार सवर्ण प्रकोष्ठ का गठन किया है. लिहाजा यह कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार भी जातिगत गणित साधने में जुटे गए हैं.
पटना के वीरचंद पटेल स्थित जदयू कार्यालय के कर्पूरी सभागार में सवर्ण प्रकोष्ठ का मिलन समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने विभिन्न पार्टियों के सैकड़ों सवर्ण कार्यकर्ताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस मौके पर जनता दल यू के लोकसभा में संसदीय दल के नेता ललन सिंह, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह समेत कई नेता मंच पर मौजूद रहे.
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युवाओं को जानकारी देना ज्यादा जरूरी
जदयू के लोकसभा के संसदीय दल के नेता ललन सिंह ने नए स्वर्ण कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में एकमात्र पार्टी जदयू है. जिसने सवर्ण प्रकोष्ठ का गठन किया है और इसके लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह धन्यवाद के पात्र हैं. उन्होंने कहा कि अब जनता दल यू के पास समाज के सभी वर्गों का एक प्रकोष्ठ है. प्रदेश में एकमात्र पार्टी जदयू है, जिसके पास समाज के सभी वर्गों का एक प्रकोष्ठ है. ललन सिंह ने नए कार्यकर्ताओं को कहा कि प्रदेश में अभी के समय सबसे अधिक कोई दिग्भ्रमित है तो वह 20 से 35 वर्ष के युवा हैं. उन्हें 2005 से पूर्व का बिहार के हालात के बारे में सही जानकारी नहीं है.
ऐसे में नए कार्यकर्ताओं का यह दायित्व है कि वह अपने क्षेत्र में युवा साथियों को अधिक से अधिक जोड़ें और उन्हें 2005 से पूर्व के बिहार और 2005 के बाद का बिहार के बारे में जानकारी दें. उन्होंने कहा कि 2005 में पूरा बिहार पिछड़े राज्यों में गिना जाता था. मगर 2005 के बाद से बिहार लगातार विकास कर रहा है और अभी के समय में बिहार का विकास दर 12% है जो कि देशभर के विभिन्न बड़े राज्यों में सर्वाधिक है.
सैकड़ों कार्यकर्ता जुड़े
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि 1 मार्च के दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जन्म दिवस विकास दिवस के रूप में मनाया गया. इस मौके पर निर्णय लिया गया कि पार्टी में सवर्ण प्रकोष्ठ का गठन किया जाए. ताकि सवर्ण समाज का भी मुद्दा जो है वह पार्टी तक पहुंच सके और पार्टी के माध्यम से सरकार को बातें पहुंचाई जा सके. उन्होंने कहा कि इतने कम समय में सवर्ण प्रकोष्ठ में विभिन्न राजनीतिक दलों के सैकड़ों कार्यकर्ता जुड़ गए और पार्टी की सदस्यता ली है. इसके लिए वह सभी नए साथियों को बधाई देते हैं और पार्टी पर अपना विश्वास जताने के लिए उनका आभार करते हैं.
उन्होंने सभी नए कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि वह बूथ स्तर तक पार्टी के केंद्र को मजबूत करने में मदद करें और सवर्ण समाज के हित के लिए सरकार की चल रही नीतियों में क्या कुछ बदलाव किया जा सकता है. इसके बारे में भी लगातार पार्टी को विचार देते रहें. उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को क्षेत्र में जमीन पर मेहनत करने का निर्देश दिया.