पटना: छठ के दौरान गोपनीय शाखा के एक पत्र को लेकर तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर ट्वीट किया था. जिसको लेकर जदयू की ओर से प्रवक्ता निखिल मंडल ने जवाब देते हुए कहा कि गोपनीय शाखा के पत्र पर राजनीति करना सही नहीं है.
तेजस्वी के ट्वीट पर जदयू का पलटवार
तेजस्वी यादव के ट्वीट को लेकर जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा कि छठ के दौरान शांति व्यवस्था और सतर्कता को लेकर पुलिस प्रशासन का यदि कोई गोपनीय लेटर जारी होता है, तो उस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, लेकिन तेजस्वी यादव की अपनी सोच है. वो जाति और धर्म के आधार पर ट्वीट कर कहीं ना कहीं इसमें भी राजनीति करने का स्कोप खोज रहे हैं. जबकि छठ ना केवल पटना में बल्कि पूरे बिहार में कुछ घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ है.
'तेजस्वी बनना चाहते हैं यूथ आइकन'
जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा कि तेजस्वी यादव ने विपक्ष की अपनी जिम्मेवारी पहले भी नहीं निभाई है. उन्हें यूथ आइकन बनना है तो जमीन पर आना होगा. लोगों के बीच काम करना होगा, लेकिन उसकी जगह वे ट्वीट से राजनीति करने में लगे हैं.
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माननीय नीतीश कुमार जी,
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 4, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
NCRB की रिपोर्ट ने देश को बताया कि बिहार दंगों में अव्वल है। अब देखिए कुकर्मी सरकार ने लोकआस्था के महापर्व छठ पर कैसा विद्वेषपूर्ण व विघटनकारी आदेश दिया था। हर जात-धर्म के लोग छठ पर्व मनाते है। लोकपर्व की आस्था-भावना व सामाजिक ताने-बाने को ख़त्म ना करिए। pic.twitter.com/gHOGvTq9tg
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— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 4, 2019
NCRB की रिपोर्ट ने देश को बताया कि बिहार दंगों में अव्वल है। अब देखिए कुकर्मी सरकार ने लोकआस्था के महापर्व छठ पर कैसा विद्वेषपूर्ण व विघटनकारी आदेश दिया था। हर जात-धर्म के लोग छठ पर्व मनाते है। लोकपर्व की आस्था-भावना व सामाजिक ताने-बाने को ख़त्म ना करिए। pic.twitter.com/gHOGvTq9tgमाननीय नीतीश कुमार जी,
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 4, 2019
NCRB की रिपोर्ट ने देश को बताया कि बिहार दंगों में अव्वल है। अब देखिए कुकर्मी सरकार ने लोकआस्था के महापर्व छठ पर कैसा विद्वेषपूर्ण व विघटनकारी आदेश दिया था। हर जात-धर्म के लोग छठ पर्व मनाते है। लोकपर्व की आस्था-भावना व सामाजिक ताने-बाने को ख़त्म ना करिए। pic.twitter.com/gHOGvTq9tg
गोपनीय पत्र जारी होने पर विपक्ष ने किया हमला
बता दें कि गोपनीय शाखा के लेटर को लेकर पहले भी कई तरह के सवाल खड़े होते रहे हैं. वहीं पहले भी आरएसएस नेताओं के बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा करने को लेकर गोपनीय शाखा का पत्र जारी हुआ था. उस पर बीजेपी नेताओं ने भी नाराजगी जताई थी. अब शांति व्यवस्था को लेकर जिस प्रकार से पिछले दिनों लेटर जारी हुआ है. इससे विपक्ष को सरकार पर हमला करने का एक मौका मिल गया है.