पटना: श्रीलंका में आतंकी घटना के बाद देश में बुर्के पर प्रतिबंध की मांग उठने लगी है. बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने बुर्के पर बैन की मांग की है तो वहीं जावेद अख्तर ने घूंघट पर बैन की मांग की है. ऐसे में जेडीयू ने इन दोनों बयानों को अतिवादी करार दिया है.
दोनों बयान अतिवादी
जेडीयू ने गिरिराज सिंह के बयान को खारिज करते हुए कहा है कि इस तरह के बयान अतिवादी हैं. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी और राज्य में नीतीश कुमार की अगुवाई में जब विकास हो रहा है तो फिर ऐसे बयानों का कोई औचित्य नहीं रह जाता है. ऐसे बयान से समाज में विद्वेष फैलता है.
जावेद अख्तर के बयान पर पलटवार
वहीं जावेद अख्तर के घूंघट पर बैन वाले बयान को लेकर जेडीयू नेता ने कहा कि चाहे वह गिरिराज सिंह हों या जावेद अख्तर. बुर्का पर बैन हो या घूंघट पर बैन. इस तरह के बयानों का कोई मतलब नहीं रह जाता है. उन्होंने कहा कि जावेद अख्तर का बयान भी अतिवादी है.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि गिरिराज सिंह समेत बीजेपी के कई नेताओं ने श्रीलंका में बुर्का पर बैन के बाद भारत में भी यह नियम लागू करने की मांग की. तो वहीं जावेद अख्तर ने उनके बयान के उलट घूंघट पर बैन की मांग कर दी. जिसके बाद सियासत गरमा गई है.