पटना: बिहार में अगले महीने 10 जून को राज्यसभा के 5 सीटों पर चुनाव होना है. आरजेडी में उम्मीदवार के चयन को लेकर विवाद शुरू है. वहीं आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (RJD State President Jagdanand Singh) के नाम की चर्चा नहीं होने पर जदयू ने निशाना साधा है. जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा (JDU spokesperson Abhishek Jha) ने कहा कि जगदा बाबू समाजवाद की धारा पर चलते-चलते कब परिवारवाद की ओर मुड़ गए, उन्हें भी पता नहीं चला होगा.
अभिषेक झा ने कहा कि पार्टी में जगदानंद सिंह की इतनी दयनीय स्थिति है कि कई बार तेज प्रताप यादव से भी अपमानित होना पड़ा है. इसके बाद भी उन्हें कुछ नहीं मिल पा रहा है. जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि जिस परिवार के लिए डेडीकेटेड होकर काम कर रहे हैं, अपमानित भी हो रहे हैं और फिर भी कुछ नहीं मिल रहा है. यह तो उनके लिए एक तरह से सबक है.
"जगदा बाबू की चर्चा नहीं है. वह समाजवाद से परिवारवाद की ओर मुड़ गए हैं. अगर इतना सहने के बाद भी उन्हें कुछ नहीं मिल पाता है तो ये उनके लिए सोचने का विषय तो है ही. कहने के लिए आप काम कर रहे हैं और आपको कुछ मिल भी नहीं रहा है." अभिषेक झा, जदयू प्रवक्ता
मंगलवार की मीटिंग में नहीं हुआ निर्णय: बिहार में 5 सीटों पर होने वाले चुनाव में 2 सीट आरजेडी को मिलेगी दो बीजेपी को और एक जदयू को. आरजेडी में मीसा भारती का राज्य सभा जाना तय माना जा रहा है और भी जिन नामों की चर्चा हो रही है उसमें जगदानंद सिंह का नाम कहीं नहीं है. मंगलवार को राज्यसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगाने के को लेकर आरजेडी की पार्लियामेंट्री बोर्ड की मीटिंग हुई.
एक नाम पर तेजस्वी को आपत्ति: सवाल इस बात का है कि क्या आरजेडी के लिए इससे बड़ी कोई दूसरी मीटिंग हो सकती है. बहरहाल, इधर तेजस्वी यादव के बैठक में नहीं आने और बीच बैठक से निकलकर जगदानंद सिंह के जाने की घटना को लेकर राजनीतिक कयासों का दौर शुरू हो गया है. कई तरह की अकटलें लगायी जा रही है. बताया जा रहा है कि जिन दो नामों पर मुहर लगनी थी, उसमें से एक नाम पर तेजस्वी को आपत्ति थी. संभवत: इसी कारण से वह इतनी अहम बैठक से दूर रहे.
लालू लेंगे फैसला: राजद की बहुचर्चित संसदीय दल की मीटिंग के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा था कि राज्यसभा के लिए किसके नाम का चयन किया जाएगा, इसकी पूरी जिम्मेदारी राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के पास है. नामों के चयन के लिए संसदीय बोर्ड ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को अधिकृत किया गया है. यह पूछे जाने पर कि क्या तेजप्रताप राज्य सभा में जा सकते हैं, अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि कौन उम्मीदवार है, कौन नहीं, यह राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशन पर है.
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