पटना: राजधानी पटना स्थित जदयू कार्यालय के कर्पूरी सभागार के बाहर दो पोस्टर लगाये गये हैं. जिसमें ललन सिंह को बैलों को हांकते हुए दिखाया गया है और उनके ठीक पीछे नीतीश कुमार बैलगाड़ी पर चढ़े हुए दिख रहे हैं. दो महिला किसान भी पोस्टर में है. इस पोस्टर के माध्यम से जदयू ने ललन सिंह और नीतीश कुमार को किसान हितैषी बताने की कोशिश की है. वहीं एक और पोस्टर लगा है जिसमें नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा गया है. किसान विरोधी बताने की कोशिश की गई है.
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"नीतीश कुमार केंद्र में जब कृषि मंत्री थे उसी समय से कृषि और किसानों के लिए बहुत काम किया है. जब बिहार के मुख्यमंत्री बने तो कृषि रोड मैप बनाया और बजट को कृषि रोड मैप के लिए 1लाख 62000 करोड़ तक किया. स्वाभाविक है की कृषि और किसानों के लिए मुख्यमंत्री ने जो काम किया है वह किसी से छिपा नहीं है."- संजय गांधी, जदयू एमएलसी
किसान हितैषी होने का दे रहे संदेशः पोस्टर में दो बैल को ललन सिंह हांक रहे हैं और नीतीश कुमार बैलगाड़ी पर पीछे हैं, इसका क्या मतलब है संजय गांधी ने कहा ललन सिंह और मुख्यमंत्री गाड़ी के दो पहिये हैं. संजय गांधी ने पहले ललन सिंह को पहले पहिया बताया और दूसरा नीतीश कुमार को लेकिन फिर सुधार करते हुए कहा कि नहीं नीतीश कुमार पहला पहिया है और ललन सिंह दूसरा.
भाजपा को बताया किसान विरोधीः वही नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने वाले पोस्ट को लेकर कहा कि सबको पता है प्रधानमंत्री जुमलाबाजी करते हैं. किसानों के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया है और वही दिखाने की कोशिश की गई है. बता दें कि आज रविवार को पार्टी की ओर से कृषि और सहकारिता प्रकोष्ठ की तरफ से प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसी कार्यक्रम को लेकर दोनों पोस्टर के माध्यम से जदयू अपने कार्यकर्ताओं को मैसेज देने की कोशिश की है.