पटना: लोकसभा चुनाव 2019 में जीत हासिल करके तकरीबन 300 से ज्यादा सांसद पहली बार संसद पहुंचे हैं. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में नए सांसदों को कई मुद्दों पर गवाह बनने का मौका मिला. खासकर के तीन तलाक और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करने जैसे महत्वपूर्ण फैसलों में भागीदारी दर्ज कराना.
हालांकि, बीजेपी के सहयोगी जेडीयू ने इन दोनों बिलों पर सरकार के पक्ष में वोट नहीं किया. लेकिन, नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू अनुच्छेद 370 के समर्थन में खड़ी दिखाई दे रही है. ऐसे ही कई मुद्दों पर जदयू के नवनिर्वाचित सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी ने अपने अनुभवों को ईटीवी भारत के साथ साझा किया.
क्षेत्रीय समस्याओं को बताने का मिला पूरा मौका
खास बातचीत के दौरान कटिहार के सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी ने बताया कि इस बार संसद सत्र में रोजाना कुछ ना कुछ नया देखने और सीखने को मिला. उन्हें अपने क्षेत्र से जुड़े सवालों को संसद में उठाने का पूरा समय दिया गया, जो लोकतंत्र के लिए अच्छा है. उन्होंने कहा कि संसद में प्रश्नकाल शून्यकाल में सदस्यों की ओर उठाए गए सवालों को संबंधित विभाग के मंत्री काफी गंभीरता से लेते हैं. साथ ही समस्याओं के निपटान का आश्वासन भी दिया गया.
अधूरी योजनाओं को पूरा करने पर विशेष जोर
वहीं, जेडीयू के नवनिर्वाचित सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी ने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में सभी मंत्री सांसदों के क्षेत्रीय समस्याओं को काफी गंभीरता से ले रहे हैं. साथ ही पुरानी अधूरी योजनाओं को पूरा करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है. छोटी सी छोटी पुरानी समस्याओं को निपटाने के लिए बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं.
'केंद्र सरकार के फैसले से सुधरेंगे हालात'
तीन तलाक और अनुच्छेद 370 के सवाल पर भी गोस्वामी ने अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि हमने इन दोनों मुद्दों पर सरकार के पक्ष में वोट नहीं किया है. विवादित मुद्दों पर पार्टी की राय पहले से स्पष्ट रही है. लेकिन, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के मुद्दे पर केंद्र सरकार ने जो पहल की है पार्टी उसकी सराहना करती है. सांसद दुलाल चंद्र ने कहा कि केंद्र सरकार की इस पहल से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के हालातों में सुधार होंगे.