पटना: महागठबंधन की तरफ से बिहार विधान परिषद के सभापति (bihar legislative council chairman) के पद के लिए प्रस्तावित किए गए देवेश चंद्र ठाकुर ने सीएम और डिप्टी सीएम की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया. इससे पहले बिल्कुल तय समय पर महागठबंधन के सभी वरिष्ठ नेता विधान परिषद में पहुंच गए थे. सीएम के आने के बाद सभी वरिष्ठ नेता विधान परिषद सचिव के कक्ष में गए, जहां पर कार्यकारी सभापति के नामांकन को लेकर सारी औपचारिकताओं को पूरा किया गया.
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देवेश चंद्र ठाकुर ने किया नामांकन: इस मौके पर महागठबंधन की सरकार के सभी वरिष्ठ नेताओं के अलावा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह, जदयू संसदीय दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के साथ ही कई और नेता उपस्थित थे. इस दौरान बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी मौजूद रहीं.
देवेश चंद्र ठाकुर विधान परिषद के सभापति होंगे: सीतामढ़ी के रहने वाले देवेश चंद्र ठाकुर तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से चुनकर विधान परिषद में आए हैं. वह सीएम नीतीश कुमार के काफी नजदीकी माने जाते हैं. सूत्र बताते हैं कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री ने अवधेश नारायण सिंह को कार्यकारी सभापति पद छोड़ने के लिए कहा था. इस संबंध में संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने अवधेश नारायण सिंह से भेंट भी की थी और सीएम के फैसले से उन्हें अवगत कराया था. जिसके बाद कार्यकारी सभापति ने अगले साल होने वाले विधान परिषद के चुनाव तक उन्हें पद पर बने रहने देने की गुजारिश की थी लेकिन नीतीश कुमार इसके लिए तैयार नहीं हुए.
अवधेश नारायण सिंह देंगे इस्तीफा: उसके बाद मुख्यमंत्री विधान परिषद के 200वां सत्र पूरा होने पर बनाए गए स्मृति स्तंभ का उद्घाटन भी किया. देवेश चंद्र ठाकुर इस कार्यक्रम में भी मौजूद थे. हालांकि अभी तक विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने इस्तीफा नहीं दिया है और ना ही विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने इस्तीफा दिया है लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि अवधेश नारायण सिंह इस्तीफा दे देंगे.