पटना : बिहार में शराबबंदी कानून (Bihar Liquor Ban) लागू है. इसको लेकर अब महागठबंधन के दलों की तरफ से भी आवाज उठने लगी है. इस कानून पर पुनर्विचार की मांग अब गठबंधन के दल भी करने लगे हैं. इस बीच, बिहार में शराबबंदी कानून पर जेडीयू विधायक ने सवाल उठाया (jdu mla raised question on liquor ban) है. जेडीयू विधायक संजीव सिंह (JDU MLA Sanjeev Singh) ने शराबबंदी को अत्याचारी कानून बताया.
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JDU विधायक ने उठाया शराबबंदी पर सवाल : बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र में शामिल होने के लिए पहुंचे विधायक संजीव कुमार ने शराबबंदी को फेल बताया. विधायक संजीव कुमार ने कहा- शराबबंदी पर समीक्षा होनी चाहिए. दलितों और अति पिछड़ों पर पुलिस शराबबंदी कानून के बहाने अत्याचार कर रही है.
''इस कानून के तहत चार लाख लोगों पर केस दर्ज हुआ और जेल भेजा गया. इसमें से 90 फीसदी दलित महादलित, गरीब थे. पुलिस जानबूझकर दलित, महादलितों पर शराबबंदी कानून के तहत अत्याचार कर रही है. बिहार के डीजीपी बहुत सुस्त हैं. अच्छे से अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पा रहे. गलती डीजीपी की भी है.'' - संजीव सिंह, जेडीयू विधायक, परबत्ता
शराबबंदी फेल होने का ठीकरा बीजेपी के सिर फोड़ा : वहीं जेडीयू विधायक ने बिहार में शराबबंदी कानून फेल होने का ठीकरा बीजेपी के सिर फोड़ दिया. उन्होंने कहा कि शराबबंदी में सरकार के तरफ से दिक्कत नहीं है बल्कि बीजेपी के सुस्ती के कारण यह कानून ठीक से लागू नहीं हो पा रहा है. पुलिस की मिलीभगत के कारण ही बिहार में शराब की खेप ट्रक भर-भरकर आ रही है.