पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनसंख्या नियंत्रण पर दिए बयान पर सियासत गरमा गई है. बयान से देशभर में बवाल मचा हुआ है. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बाद सीएम के बचाव में जदयू मंत्री लेसी सिंह भी कूद पड़ीं हैं. उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री ने माफी मांग ली है. इसे तूल देना सही नहीं है. जब मुख्यमंत्री ने अपनी बात रख दी है तो इस पर कुछ बोलना हम लोगों के लिए भी सही नहीं है.
जदयू मंत्री लेसी ने सीएम का किया बचाव: जदयू मंत्री लस्सी सिंह ने कहा कि बिहार में जिस प्रकार से जातीय गणना और सर्वे रिपोर्ट तैयार करवाया गया है. आरक्षण को बढ़ाने का फैसला लिया गया है. उससे बीजेपी परेशान है. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना मतलब मामले को तूल देने में लगी है. क्योंकि आरक्षण बढ़ाने के फैसले से बीजेपी के केंद्र से लेकर बिहार के नेता बेचैन हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान को लेकर आज पहले सदन के बाहर पत्रकारों के समक्ष माफी मांगी, फिर सदन के अंदर ही माफी मांगी है.
बीजेपी बौखला गई : उन्होंने कहा कि बीजेपी नीतीश के जनकल्याण योजना और आरक्षण को बढ़ाने के फैसले से बीजेपी बौखला गई है. बड़ी बात कल सदन में पिछड़ों अति पिछड़े दलित के आरक्षण को बढ़ाएं जाने की बात पर उन्हें बेचैनी हो गई है. उन्होंने कहा कि उन्होंने जब दोनों सदन में जाकर मांफी मांग ली है. उसके बाद भी बीजेपी द्वारा इस्तीफे की मांग करना कहीं से भी उचित नहीं है. बीजेपी इसे राजनीति रंग देने के फिराक में है. जो कहीं से भी उचित नहीं है.
"सीएम नीतीश कुमार ने दो सदनों में जाकर माफी मांग ली है. इसके बाद बीजेपी वाले मामले को राजनीति रंग देने में लगे हैं. यह बात ठीक नहीं है. बीजेपी नीतीश के आरक्षण को बढ़ाने के फैसले से भी बौखला गई है. इसी लिए बीजेपी वाले इस्तीफे की मांग कर रहे हैं."-लेसी सिंह, जदयू मंत्री
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