पटना: बिहार में रामनवमी जुलूस के दौरान सासाराम में हुई हिंसा (Violence on Ram Navami in Bihar) के बाद कई गिरफ्तारियां हुई है. बीजेपी के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की भी गिरफ्तारी हुई है. बीजेपी इसे सरकार की साजिश बता रही है. उसको लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी (BJP State President Samrat Chowdhary) और बीजेपी के अन्य नेता धरना दे रहे हैं. सम्राट चौधरी के धरना पर जदयू के तरफ से निशाना साधा गया है. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि, नीतीश कुमार ना तो किसी को फंसाते हैं और ना ही किसी को बचाते हैं. बीजेपी राजनीति कर रही है.
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"बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में जो सरकार चल रही है. कभी समझौता नहीं करती है. पूरे मामले की तहकीकात होती है और उसके बाद ही कार्रवाई की जाती है. मामले में जिन का भी नाम आया है, प्रशासन उसको देख रहा है और उसी के हिसाब से कर्रवाई कर रहा है. बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है. बीजेपी के लोग समाज को भड़काने में लगे हैं. जांच में केवल सिर्फ पूर्व विधायक की गिरफ्तारी थोड़े हुई है और भी लोगों की गिरफ्तारी हुई है. बीजेपी पूरे मामले में राजनीति कर रही है."- उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष, जदयू
"ऐसा थोड़ी है कि पहली बार गिरफ्तारी किसी पूर्व विधायक की की गई है. जिसका भी नाम आता है. जांच में उस पर कार्रवाई होती है. विपक्ष का काम ही है आरोप लगाना. सुनील कुमार ने कहा कि पुलिस के अनुसंधान में जिनका-जिनका नाम आया है. उस पर पुलिस ने कार्रवाई की है."- सुनील कुमार, मंत्री
सरकार के बचाव में उतरे जदयू के नेता: सासाराम में रामनवमी की हिंसा के कारण केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भी कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा था. बीजेपी उसे भी मुद्दा बना रही है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी सासाराम के बाद बिहार शरीफ में भी धरना देने वाले हैं. वहां भी हिंसा हुई थी. ऐसे में नीतीश सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ रही है. हालांकि, जदयू के नेता सरकार के बचाव में उतर गए हैं.