पटना: बिहार विधानसभा के अध्यक्ष पद का चुनाव 25 नवंबर को होना है विपक्ष ने भी उम्मीदवार दे दिया है ऐसे में चुनाव का दिलचस्प होना तय माना जा रहा है. विपक्ष की ओर से उम्मीदवार दिए जाने के बाद सत्ताधारी दल की ओर से लगातार विपक्ष पर आरोप लगाया जा रहा है कि वो स्वस्थ परंपरा का पालन नहीं कर रहे हैं.
'विपक्ष तोड़ रहा स्वस्थ परंपरा'
पूर्व संसदीय कार्य मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार का कहना है पिछले 7 टर्म से विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं हुआ है. इस बार चुनाव होता है तो विपक्ष स्वस्थ परंपरा को तोड़ने का काम करेगा.
'पिछले 7 टर्म से नहीं हुआ चुनाव'
पूर्व संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि बातचीत की कोशिश हो रही है यदि विपक्ष नहीं माना तो चुनाव होगा. संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि पिछले सात बार से चुनाव नहीं हुआ है और यदि चुनाव हुआ तो एनडीए के पास बहुमत है.
'एनडीए के साथ संख्या बल'
बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए पिछले लंबे समय से सर्वसम्मति से उम्मीदवार पर मुहर लगती रही है. इस बार एनडीए के पास बहुमत है. 125 सदस्य एनडीए के साथ हैं. वहीं, एक निर्दलीय का भी समर्थन एनडीए को ही है. इस हिसाब से 126 सदस्य एनडीए के साथ है वहीं, महागठबंधन के साथ 110 सदस्य है. चुनाव होने पर बहुमत के हिसाब से तो एनडीए का पलड़ा भारी दिख रहा है. लेकिन दावा महागठबंधन का तरफ से भी हो रहा है, ऐसे में चुनाव दिलचस्प हो सकता है.