पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम 10 नवंबर को आएंगे. लेकिन उससे पहले एग्जिट पोल ने बिहार की राजनीतिक सरगर्मी को बढ़ा दिया है. जहां एग्जिट पोल से एनडीए शासन जाता दिख रहा है, तो वही महागठबंधन को सत्ता मिलने की संकेत मिल रहा है. लेकिन जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने दावा किया है कि एनडीए 150 से अधिक सीटें जीतेगा. वहीं आरजेडी का कहना है कि एनडीए के लोग दिवास्वप्न अभी भी देख रहे हैं.
एग्जिट पोल के परिणाम से आरजेडी खुश
बिहार विधानसभा का चुनाव इस कोरोना काल में तीन चरण में समाप्त हुआ. 243 सीटों पर हुए चुनाव को लेकर महागठबंधन और एनडीए दोनों तरफ से अपने अपने तरीके से दावे किये जा रहे हैं. लेकिन चुनाव परिणाम से पहले एग्जिट पोल ने जहां महागठबंधन खेमे का उत्साह बढ़ा दिया है, तो वहीं एनडीए खेमे में उहापोह की स्थिति बनी हुई है.
जदयू को 150 से अधिक सीट जीतने का भरोसा
एक तरफ राजद एग्जिट पोल को जनता का फैसला बतलाने में जुटी है तो वहीं जदयू एग्जिट पोल को पूरी तरह से नकार रहा है. जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि 2015 में भी एग्जिट पोल पूरी तरह फेल हो चुका है. हम लोगों ने भी ग्राउंड से पूरी रिपोर्ट ली है. उसके हिसाब से एनडीए को 150 से अधिक सीटें मिलना तय है.
जदयू दो दिन देख ले दिवा स्वप्न
आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि एनडीए के लोग 2 दिन और दिवास्वप्न देख लें. हम लोग तो पहले से कह रहे हैं कि बिहार में तेजस्वी यादव के पक्ष में जनसैलाब है. उस समय भी एनडीए के लोग मानने के लिए तैयार नहीं हुए थे. और एग्जिट पोल के रिजल्ट आने के बाद भी वे मानने को तैयार नहीं हैं. 15 साल सत्ता का सुख एनडीए के लोगों ने भोगा है. बिहार के लोग बेरोजगारी भुखमरी का सामना कर रहे थे. जिसका जबाव चुनाव में एनडीए को जनता ने जवाब दिया है.
आरजेडी की ओर से संयम बरतने का निर्देश
एग्जिट पोल को लेकर जहां आरजेडी खेमे में गहमागहमी शुरू है. तो वहीं एनडीए खेमे में शांति बनी हुई है. आरजेडी की ओर से अपने कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से मैसेज भी दी जा रही है कि 10 नवंबर को जो भी परिणाम आएगा उसको लेकर संयम बरतना है.