पटना: आनंद मोहन सहित 26 कैदियों की रिहाई के मामले में बिहार में जमकर सियासत हो रही है. जेडीयू और बीजेपी के नेता इस मुद्दे को लेकर आमने-सामने है. जदयू कार्यालय में पहुंचे समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस मामले में गोल मटोल जवाब क्यों दे (JDU hit back at BJP on Anand Mohan release) रही है. आनंद मोहन को हम लोगों ने नियम के तहत ही छोड़ा गया है.
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भाजपा बना रही मुद्दा: जदयू कोटे के मंत्री ने कहा आनंद मोहन पहला व्यक्ति तो है नहीं जिनको रिहाई दी गई है. मदन सहनी ने कहा कि कैबिनेट में ही निर्णय हुआ था और उनके साथ 26 लोगों को छोड़ा गया है. नाहक में भाजपा इसे मुद्दा बना रही है. खुलकर बोल भी नहीं रही है, डर रही है कि वोट ना खिसक जाए. वोट की राजनीति तो बीजेपी कर रही है. आनंद मोहन को नियम के तहत ही छोड़ा गया है.
सरकार निष्पक्ष है: मदन सहनी ने कहा कि इससे वोट पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है. हमारी सरकार निष्पक्ष है. हम लोग जाति धर्म को नजर में रखकर काम नहीं करते हैं. सबके हित में निर्णय लिए जाते हैं. जो लोग बोल रहे हैं जातिगत भावना से बोल रहे हैं. वामपंथी दलों की ओर से नाराजगी जताए जाने पर मदन सहनी ने कहा कि उनका अपना मामला है. वे लोग भी चाहते हैं कि उनके लोगों पर विचार किया जाए.
"आनंद मोहन पहला व्यक्ति तो है नहीं जिनको रिहाई दी गई है. नाहक में भाजपा इसे मुद्दा बना रही है. खुलकर बोल भी नहीं रही है, डर रही है कि वोट ना खिसक जाए. वोट की राजनीति तो बीजेपी कर रही है. आनंद मोहन को नियम के तहत ही छोड़ा गया है"- मदन सहनी, समाज कल्याण मंत्री