पटना: बिहार की राजनीति (Bihar Politics) में घमासान जारी है. चिराग पासवान (Chirag Paswan) को छोड़कर लोक जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) के पांच सांसद अलग हो चुके हैं. लोजपा (LJP) में चाचा पशुपति पारस (Pashupati Paras) और भतीजे के बीच लड़ाई चरम पर है. विवादों के बीच चिराग पासवान ने बिहार सरकार को लेकर बड़ा बयान दिया है और कहा कि सरकार गिरने वाली है. चिराग के बयान पर जेडीयू (JDU) की तरफ से भी पलटवार किया गया है.
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चिराग के बयान पर जेडीयू का पलटवार
बिहार में मानसून सत्र के पहले सियासी पारा चढ़ गया है. सरकार के स्थायित्व को लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं. लोजपा नेता चिराग पासवान ने कहा है कि बिहार सरकार जल्दी गिरने वाली है. चिराग पासवान के बयान पर जदयू के तरफ से भी वार किया गया है. जिसके बाद जेडीयू की ओर से कहा गया कि चिराग पासवान नकारात्मक राजनीति की वजह से हाशिए पर आ गए हैं.
''आदरणीय रामविलास पासवान पार्टी और परिवार दोनों को साथ लेकर चलते थे, लेकिन चिराग पासवान ना तो पार्टी संभाल सके और ना ही परिवार उनसे संभल पाया. अब वह बिहार सरकार को लेकर भ्रम फैला रहे हैं, पार्टी के अंदर उनके अस्तित्व पर खतरा है. अगर ऐसी ही राजनीति वो करते रहे तो भविष्य में उनके अस्तित्व पर भी संकट उत्पन्न हो जाएगा.''- अभिषेक झा, जेडीयू प्रवक्ता
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लोजपा में असली-नकली की लड़ाई
बता दें कि लोजपा (Lok Janshakti Party) में दो फाड़ के बाद पार्टी के सभी सांसद चिराग के चाचा यानी पशुपति पारस के साथ हो गए हैं. पशुपति पारस (Pashupati Paras) चुनाव आयोग भी पहुंच गए हैं. चुनाव आयोग (Election Commission) को दस्तावेज देने के बाद संसदीय दल के नेता और राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस ने कहा है कि असली लोजपा हमलोग हैं. मेरे साथ पार्टी के 95 फीसदी लोग हैं. मैंने चुनाव आयोग में दस्तावेज जमा करा दिया है. आज की तारीख में चिराग पासवान (Chirag Paswan) न संसदीय दल के नेता हैं न पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष.