पटना: बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) को लेकर सियासत शुरू है. छपरा में जहरीली शराब से 77 लोगों की मौत हुई थी और चंपारण में 30 से अधिक लोगों की मौत की खबर है. लगातार हो रही मौत के बाद बीजेपी शराबबंदी को लेकर सवाल खड़ा कर रही है. वैसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यू टर्न लेते हुए जहरीली शराब से मौत मामले में परिजनों को चार चार लाख मुआवजा देने का फैसला लिया है, लेकिन बीजेपी इस पर भी सवाल खड़ा कर रही है और इसे चुनावी घोषणा बता रही है.
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जेडीयू ने प्रेस काॅन्फ्रेंस कर बीजेपी को दिया जवाबः जदयू की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रवक्ताओं ने शराबबंदी को लेकर बीजेपी के उठाए जा रहे सवाल पर निशाना साधा है और यह पूछा जा रहा है कि बीजेपी शासित राज्यों में जहरीली शराब से मौत में कितना मुआवजा दिया जा रहा है. कौन-कौन सी योजना चल रही है. जदयू प्रवक्ताओं ने यह भी पूछा है. जब नीतीश कुमार के साथ सत्ता में थे, तब तो खूब तारीफ करते थे. उस समय विरोध क्यों नहीं किया तब सांप सूंघ गया था. बीजेपी के नेताओं सुशील मोदी विजय सिन्हा सम्राट चौधरी और प्रवक्ताओं की तरफ से लगातार शराबबंदी को लेकर नीतीश सरकार पर जिस प्रकार से हमला बोला जा रहा है. उसका जवाब देने के लिए आज जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार के साथ महिला प्रवक्ताओं की टीम ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस किया.
'नरेंद्र मोदी ने की थी शराबंदी की सराहना': जदयू मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शराबबंदी की तारीफ की थी और यह भी कहा था कि किसी एक दल या संगठन से शराबबंदी सफल नहीं हो सकती है. सभी दल को और संगठनों को इसमें सहयोग करना होगा. नीरज कुमार ने कहा है, क्या बीजेपी उसमें शामिल हैं या नरेंद्र मोदी की यह राजनीतिक दुर्दशा है. नरेंद्र मोदी को बीजेपी के नेता आंख इसलिए दिखा रहे हैं. क्योंकि 2017 में नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इस बार ट्रंप की सरकार, लेकिन ट्रंप घिनौने आरोपों में जेल चले गए हैं. इसलिये हमारी समझ में बीजेपी के नेता यह कहना चाह रहे हैं कुछ भी कीजिए हम आलोचना करते रहेंगे. ऐसे में बिहार बीजेपी के नेता नरेंद्र मोदी को नेता मानते हैं या नहीं यह बताना चाहिए.
" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शराबबंदी की तारीफ की थी और यह भी कहा था कि किसी एक दल या संगठन से शराबबंदी सफल नहीं हो सकती है. सभी दल को और संगठनों को इसमें सहयोग करना होगा. नीरज कुमार ने कहा है, क्या बीजेपी उसमें शामिल हैं या नरेंद्र मोदी की यह राजनीतिक दुर्दशा है. नरेंद्र मोदी को बीजेपी के नेता आंख इसलिए दिखा रहे हैं. क्योंकि 2017 में नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इस बार ट्रंप की सरकार, लेकिन ट्रंप घिनौने आरोपों में जेल चले गए हैं. इसलिये हमारी समझ में बीजेपी के नेता यह कहना चाह रहे हैं कुछ भी कीजिए हम आलोचना करते रहेंगे"- नीरज कुमार, प्रवक्ता, जदयू
बीजेपी से मुआवजे पर किया सवालः नीरज ने यह भी कहा कि जब शराबबंदी को लेकर ह्यूमन चैन बना था, तो बीजेपी के लोग विपक्ष में थे. उस समय बीजेपी ने कहा था कि सरकार के इस अभियान में हम उनके साथ खड़े थे. हम जानना चाहते हैं मुख्यमंत्री ने शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर जारी करवाया था. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करती है तो क्या शराबबंदी को सफल बनाने के लिए कितनी शिकायत बीजेपी के लोगों ने की. यह बताना चाहिए. मुआवजा को लेकर नीरज ने निशाना साधते हुए बीजेपी नेताओं से पूछा कि बीजेपी शासित राज्यों में जहरीली शराब से मौत मामले में कितने लोगों को मुआवजा दिया गया है. यह बताएं मुस्लिम को छोड़े हिंदू को ही कितना मुआवजा दिया गया यही जानकारी दे दें.
मुआवजे के सवाल पर पलटवार: नीरज कुमार ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और गुजरात सरकार को लेकर विशेष रूप से बीजेपी पर निशाना साधा और यह भी कहा कि जब अखिलेश यादव की सरकार उत्तर प्रदेश में थी 5 लाख मुआवजा दिया जाता था लेकिन जब हिंदू सम्राट और भगवाधारी योगी जी मुख्यमंत्री बने तो मुआवजा दो लाख कर दिया गया. कुल मिलाकर शराबबंदी को लेकर बीजेपी और जदयू के बीच सियासत शुरू है. दोनों तरफ से नेताओं की बयानबाजी हो रही है.