पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपने इस्तीफे की चिट्ठी दिल्ली एम्स से रांची रिम्स में भर्ती आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को भेजा. हालांकि रघुवंश प्रसाद के पार्टी छोड़ने पर सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सभी दलों के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है.
जन अधिकार पार्टी के प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने रघुवंश प्रसाद सिंह के आरजेडी छोड़ने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि समाजवादी नेता घुवंश प्रसाद सिंह के साथ तिरस्कृत किया जाने वाला व्यवहार और अन्याय हो रहा था. जिसके चलते वो अपनी बीमारी के बावजूद पार्टी को छोड़ने पर विवश हुए. वहीं, जाप संरक्षक पप्पू यादव ने रघुवंश प्रसाद सिंह को पार्टी में आने के लिए न्योता दिया है. पप्पू यादव ने कहा है कि उनका मान और सम्मान का ख्याल रखा जाएगा.
'आरजेडी में पुराने लोगों का नहीं है अब सम्मान'
इसके साथ ही जेडीयू के प्रदेश महासचिव और वरिष्ठ नेता डॉ. निहोरा प्रसाद ने रघुवंश प्रसाद सिंह के इस्तीफा दिए जाने पर कहा कि पुराने समाजवादी नेता और जननायक कर्पूरी ठाकुर के सहयोगी रहे रघुवंश प्रसाद सिंह का पार्टी से इस्तीफा दिया जाना यह दर्शाता है कि आरजेडी में पुराने समाजवादी नेता और पुराने लोगों का कोई मान सम्मान नहीं रह गया है.
उन्होंने कहा कि पार्टी का नेतृत्व नई नीति के साथ उभर कर आया है, जो पार्टी को नई नीति और सिद्धांत के साथ चलाना चाहता है. पुराने समाजवादी विचारधारा के नेता की नीति और सिद्धांत को दरकिनार कर अपनी नीति और सिद्धांत को लागू करना चाहता है. आरजेडी अब समाप्ति के कगार पर है. इस बार के विधानसभा चुनाव में आरजेडी दहाई संख्या तक नहीं पहुंच सकेगी.